ETV Bharat / state

बरछिया में तटबंध पर भारी दबाव से कई जगह से हो रहा रिसाव, बाढ़ की तबाही से डरे हुए हैं ग्रामीण

तटबंध पर दबाव बनने से ग्रामीणों में डर का माहौल कायम हो गया है. उनका कहना है कि बांध टूटने से अगर बाढ़ आएगी तो भारी तबाही हो सकती है.

darbhanga
darbhanga
author img

By

Published : Aug 1, 2020, 5:14 PM IST

दरभंगाः जिले में बाढ़ से हालात बेकाबू हो रहे हैं. बाढ़ से हायाघाट और बहेड़ी प्रखंडों के कई गांव टापू में तब्दील हो चुके हैं. लोग घर-बार छोड़ कर रेलवे ट्रैक के किनारे और ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. बहेड़ी के बरछिया गांव में बने तटबंध पर भारी दबाव बन गया है. कई जगह से पानी का रिसाव हो रहा है. जिससे ग्रामीण डरे हुए हैं.

पानी बढ़ने से खतरा बरकरार
बरछिया गांव में बना बांध अगर टूटता है तो न सिर्फ बहेड़ी और हायाघाट बल्कि बेनीपुर और कुशेश्वर स्थान प्रखंडों के नए इलाकों में बाढ़ से बड़ी तबाही हो सकती है. ग्रामीणों ने पहले इसे खुद से बचाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके. फिलहाल बाढ़ नियंत्रण के इंजीनियरों की टीम तटबंध की मरम्मत का काम कर रही है. लेकिन लगातार पानी बढ़ने की वजह से इस पर खतरा बरकरार है.

देखें रिपोर्ट

सुरक्षित जगहों पर पहुंचे लोग
स्थानीय गरीब यादव ने कहा कि नदी का पानी 25 फीट ऊंचा चला गया है. तटबंध पर कई जगह पर रिसाव शुरू हो चुका है. बांध कभी भी टूट सकता है. इसलिए हमलोग अपने माल-मवेशियों के साथ सुरक्षित जगह पर आ गए हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण दिन-रात सरकारी इंजीनियरों और ठेकेदारों के साथ मिल कर बांध बचाने के काम में लगे हुए हैं. लेकिन जिस तरह की स्थिति है उससे बांध पर बहुत खतरा है.

darbhanga
ग्रामीण

पानी से घिर चुका है गांव
वहीं, स्थानीय सुमित्रा देवी ने कहा कि बांध पर रिसाव होने से वे लोग डरे हुए हैं. उनका गांव दोनों तरफ से पानी से घिरा हुआ है. ये बांध अगर टूटता है तो बड़ी परेशानी होगी. उन्होंने कहा कि बाढ़ की वजह से लोग परेशान हैं. प्रशासन कोई मदद नहीं कर रहा है.

darbhanga
मरम्मत के लिए रखे गए बोरे

बाढ़ की तबाही
एक अन्य स्थानीय डी. झा ने कहा कि इस बार रिकॉर्ड स्तर पर पानी बढ़ा है. बांध पर अतिक्रमण की वजह से इसकी ढंग से मरम्मत नहीं हो पा रही है. पानी अगर बढ़ना जारी रहता है तब तो बांध को बचाना मुश्किल हो जाएगा. इससे बाढ़ की बड़ी तबाही आ सकती है.

darbhanga
पानी से घिरे घर

दरभंगाः जिले में बाढ़ से हालात बेकाबू हो रहे हैं. बाढ़ से हायाघाट और बहेड़ी प्रखंडों के कई गांव टापू में तब्दील हो चुके हैं. लोग घर-बार छोड़ कर रेलवे ट्रैक के किनारे और ऊंचे स्थानों पर शरण लिए हुए हैं. बहेड़ी के बरछिया गांव में बने तटबंध पर भारी दबाव बन गया है. कई जगह से पानी का रिसाव हो रहा है. जिससे ग्रामीण डरे हुए हैं.

पानी बढ़ने से खतरा बरकरार
बरछिया गांव में बना बांध अगर टूटता है तो न सिर्फ बहेड़ी और हायाघाट बल्कि बेनीपुर और कुशेश्वर स्थान प्रखंडों के नए इलाकों में बाढ़ से बड़ी तबाही हो सकती है. ग्रामीणों ने पहले इसे खुद से बचाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हो सके. फिलहाल बाढ़ नियंत्रण के इंजीनियरों की टीम तटबंध की मरम्मत का काम कर रही है. लेकिन लगातार पानी बढ़ने की वजह से इस पर खतरा बरकरार है.

देखें रिपोर्ट

सुरक्षित जगहों पर पहुंचे लोग
स्थानीय गरीब यादव ने कहा कि नदी का पानी 25 फीट ऊंचा चला गया है. तटबंध पर कई जगह पर रिसाव शुरू हो चुका है. बांध कभी भी टूट सकता है. इसलिए हमलोग अपने माल-मवेशियों के साथ सुरक्षित जगह पर आ गए हैं. उन्होंने कहा कि ग्रामीण दिन-रात सरकारी इंजीनियरों और ठेकेदारों के साथ मिल कर बांध बचाने के काम में लगे हुए हैं. लेकिन जिस तरह की स्थिति है उससे बांध पर बहुत खतरा है.

darbhanga
ग्रामीण

पानी से घिर चुका है गांव
वहीं, स्थानीय सुमित्रा देवी ने कहा कि बांध पर रिसाव होने से वे लोग डरे हुए हैं. उनका गांव दोनों तरफ से पानी से घिरा हुआ है. ये बांध अगर टूटता है तो बड़ी परेशानी होगी. उन्होंने कहा कि बाढ़ की वजह से लोग परेशान हैं. प्रशासन कोई मदद नहीं कर रहा है.

darbhanga
मरम्मत के लिए रखे गए बोरे

बाढ़ की तबाही
एक अन्य स्थानीय डी. झा ने कहा कि इस बार रिकॉर्ड स्तर पर पानी बढ़ा है. बांध पर अतिक्रमण की वजह से इसकी ढंग से मरम्मत नहीं हो पा रही है. पानी अगर बढ़ना जारी रहता है तब तो बांध को बचाना मुश्किल हो जाएगा. इससे बाढ़ की बड़ी तबाही आ सकती है.

darbhanga
पानी से घिरे घर
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.