दरभंगा: स्टाइपेंड की राशि बढ़ाने को लेकर जूनियर डॉक्टर ने पिछले चार दिनों से कार्य वहिष्कार कर रखा है. जिसको लेकर डीएमसीएच की चिकित्सा व्यवस्था पूरी तरह से ठप है. कार्य वहिष्कार के चौथे दिन भी ओपीडी के गेट पर ताला लगा रहा. जिसके चलते दूर-दराज से पहुंचे गरीब मरीज और उनके परिजनों को निराश होकर लौटना पड़ा.
वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से गरीब मरीज हो रहे परेशान
अपने पुत्र के कंधे का इलाज कराने पहुंचे संजय कुमार देव ने कहा कि सरकार को गरीब मरीजों की तकलीफों का कोई चिंता नहीं है. उन्होंने मरीजों को उनके हाल पर छोड़ दिया है. उन्होंने कहा कि चिकित्सा व्यवस्था नहीं होने के कारण काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है. हड़ताल के चार दिन बीत जाने के बावजूद भी प्रशासनिक तौर पर मरीजों की चिकित्सा के लिए कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई है.
मांग पूरी होने पर लौटेंगे कार्य पर
दरभंगा मेडिकल कॉलेज के जेडीए अध्यक्ष नीरज कुमार ने कहा कि हमलोग पिछले चार दिनों से स्टाइपेंड की मांग को लेकर कार्य बहिष्कार कर रखा है, लेकिन सरकार की ओर से अभी तक किसी प्रकार की सकारात्मक पहल नहीं हुई है. उल्टे सरकार ने यह चेतावनी दिया है कि आप काम पर नहीं लौटेंगे तो आप की छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी. उन्होंने कहा कि सरकार की इस धमकी से हम डरने वाले नहीं हैं और जब तक हम लोगों की मांगे पूरी नहीं होती तबतक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा.