दरभंगा: सुपौल के वीरपुर जेल से इलाज के लिए डीएमसीएच लाए गए जाप सुप्रीमो पप्पू यादव से उनकी पत्नी और पूर्व सांसद रंजीता रंजन ने मुलाकात की. उन्होंने कहा कि डीएमसीएच की व्यवस्था बेहद खराब है. वे पटना से पति से मिलने दरभंगा पहुंची थीं. उनके साथ कई कार्यकर्ता भी थे.
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बिल्डिंग में कोरोना से हो रही हैं 20-25 मौतें
रंजीता रंजन ने डीएमसीएच में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से पूछिए कि मेडिसिन वार्ड के पीछे की ही बिल्डिंग में कोरोना से 20-25 मौतें हो रही हैं. लाशें निकल रही हैं. उनके पति को मेडिसिन वार्ड के 12 बाई 8 के रूम में रखा गया है. जब वे वहां गई थीं तो देखा कि 6-7 लोग वहां आ-जा रहे हैं. पप्पू यादव के आने के बाद ही उस रूम में टॉयलेट की मरम्मत हो रही है.
'पति कोरोना पॉजिटिव हैं कि नेगेटिव ये किसी को पता नहीं है. उनको हायर मेडिकल फैसिलिटी देने की बात कही गई थी. लेकिन बिहार सरकार ने तय किया कि दरभंगा के डीएमसीएच में उन्हें भर्ती किया जाए. ऐसा लगता है कि ये बिहार का बेस्ट हॉस्पिटल है. इसलिए पप्पू यादव को यहां भर्ती कराया गया.' : रंजीता रंजन, पूर्व सांसद
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कोविड से नहीं तो डेंगू या मलेरिया से हो जायेगी मौत
'पप्पू यादव के वीआईपी कहे जाने वाले कमरे में जाकर बैठी थीं. उनका मन हुआ कि वे वहां की तस्वीर लेकर ट्विट करें. 12 बाई 8 के उस रूम में एक-एक इंच मोटे मच्छर हैं. जहां आदमी कोविड से नहीं मरेगा तो डेंगू और मलेरिया से मरेगा. पप्पू यादव के एक रूम को छोड़ कर आईसीयू है. जहां बाहर मरीज बैठे हुए हैं. उनके रूम के बगल में नाला है. जहां से मच्छर रूम में आ रहे हैं. कहा जा रहा है कि ये वीआईपी वार्ड है. लेकिन यहां कोई सुविधा नहीं है.' : रंजीता रंजन, पूर्व सांसद