दरभंगा: जिले में आए दिन अपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. ताजा मामला कोशी दियारा क्षेत्र का है. जहां बेखौफ अपराधियों ने बुधवार की रात पूर्व मुखिया सत्तो यादव को गोली मारकर मौत की नींद सुला दी. घटना के संबंध में बताया जा रहा है कि जिस समय पूर्व मुखिया सत्तो यादव की हत्या हुई, उस वक्त वे ट्रैक्टर चलाकर अपनी जमीन को जोत रहे थे. उसी समय करीब 20 अपराधी पहुंचे और ताबड़तोड़ फायरिंग करते हुए सत्तो यादव को मौत के घाट उतार दिया.
मृतक का है अपराधिक इतिहास
बता दें कि सत्तो यादव सहरसा जिले के महिषी थाना क्षेत्र के धनौजा गांव के रहने वाले हैं. सत्तो यादव तिलकेश्वर थाना क्षेत्र के बुढ़िया गांव स्थित जमीन को बुधवार की रात जोत रहे थे. उसी समय कुछ अपराधी आए और सत्तो यादव पर गोली चला दी. इसके बाद मौके पर ही सत्तो की मौत हो गई. गोली चलाने वालों में पारो यादव, पंकज यादव, विद्यानंद यादव सहित 22 अपराधी थे. वहीं उन्होंने कहा कि घटना के पीछे पुरानी रंजिश है. बताया जा रहा है कि सत्तो यादव के पुत्र काजल यादव का भी अपराधिक इतिहास रहा है. यह हत्या नदी के घाट पर नाव चलाने को लेकर हुई है.
घटना में 22 लोग थे शामिल
दरभंगा एसएसपी बाबूराम ने कहा कि तिलकेश्वर ओपी थाना क्षेत्र में जो घटना घटी है. वह आपसी वर्चस्व में इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया है. उन्होंने कहा कि आपस की गुटबाजी में इस प्रकार की घटना को अंजाम दिया गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि मृतक परिवार ने 22 लोगों के खिलाफ नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है. इसके लिए बिरौल डीएसपी के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई है. वहीं 22 लोगों में जो इस घटना में शामिल होंगे उनकी तुरंत गिरफ्तारी की जाएगी.