दरभंगा: पूरा बिहार इन दिनों बाढ़ का कहर झेल रहा है. जन-जीवन बुरी तरह बाधित है. दरभंगा के 14 प्रखंड बाढ़ प्रभावित हैं. लोगों का जीवन बेहद मुश्किल में गुजर रहा है. घर डूब चुके हैं. पीड़ितों का खाने तक को नहीं मिल रहा है.
स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन अब तक पर्याप्त नाव की व्यवस्था नहीं कर सका है. हफ्तों बाद भी कई इलाकों को एक भी नाव नहीं दी गयी है. लोग ट्रक और जेसीबी के टायर के ट्यूब के सहारे किसी तरह गुजारा कर रहे हैं. वहीं, कई इलाकों में लोग जान का खतरा मोल लेकर पानी में डूब कर इधर-उधर आना जाना कर रहे हैं. प्रशासन एनडीआरएफ के बोट के भरोसे बचाव और राहत कार्य चला रहा है.
सीओ ने कही मदद पहुंचाने की बात
बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि उनका गांव पिछले कई दिनों से बाढ़ में डूब चुका है. लेकिन, उन्हें कोई नाव नहीं दी गयी है. गांव में स्थिति बहुत खराब है. यहां राहत और बचाव कार्य शुरू तक नहीं हुआ है. इस बाबत तारडीह सीओ अशोक कुमार यादव ने बताया कि एनडीआरएफ के आठ मोटरबोट मंगवाए गए हैं. उन्हीं से राहत और बचाव कार्य चल रहा है. प्रशासन हर संभव कोशिश कर रहा है.
बिहार के 12 जिले बाढ़ से बेहाल
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार के 12 जिले शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, मधुबनी, दरभंगा, सहरसा, सुपौल, किशनगंज, अररिया, पूर्णिया एवं कटिहार में अब तक बाढ़ से 104 लोगों की मौत हुई है, जबकि 77 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं.