दरभंगाः नदियों के जलस्तर में लगातार हो रहे वृद्धि के कारण जिले के 14 प्रखंड में बाढ़ का पानी फैल गया है. सैकड़ों एकड़ में लगी धान की फसल डूब गई है. जिससे किसानों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. किसानों का कहना है कि महंगे बिचड़े खरीदने में घर की जमा पूंजी भी खत्म हो गई और अब सारी फसल बर्बाद हो गई.
बर्बाद हो गई फसल
पिछले दो साल से दरभंगा के किसान बाढ़ और सुखाड़ की मार झेल रहे हैं. साल 2019 में बाढ़ ने अपना कहर दिखाते हुए खेतों में लहलहाती हुई धान की फसल को बर्बाद कर दिया था. वहीं इस साल लॉकडाउन की वजह से किसान अपनी खेतों में लगी गेहूं की फसल को समय पर काट नहीं पाए. जिससे बेमौसम बरसात ने फसल को बर्बाद कर दिया. जिसके बाद किसानों ने जैसे तैसे कर अपने खेतों में धान की रोपनी की तो बाढ़ ने हजारों एकड़ में लगी फसल को बर्बाद कर दिया है.
बाढ़ की चपेट में आए कई प्रखंड
किसान श्याम यादव ने कहा कि दिनों दिन बाढ़ की स्थिति भयावह होती जा रही है. किसनों ने खेतों में जो धान की रोपनी की थी वह बाढ़ की भेंट चढ़ गई है. उन्होंने बताया कि सदर प्रखंड के खुटवाड़ा, पिररी, बेलायकूब, कबीरचक सहित कई पंचायत बाढ़ के पानी की चपेट में आ गए हैं.
आर्थिक मदद मुहैया कराने की मांग
श्याम यादव ने बताया कि बाढ़ के पानी का बहाव इतना तेज है कि दोनार सोनकी पथ के ऊपर से बहने लगा है. जिससे किसानों की बहुत बड़ी क्षति हुई है. वहीं, उन्होंने धान की फसल बर्बाद होने के मद्देनजर राज्य सरकार से आर्थिक मदद मुहैया कराने की मांग की है.