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5 साल बाद भी नहीं हुआ AIIMS का शिलान्यास, सरकार की 'सद्बुद्धि' के लिए छात्रों ने किया यज्ञ

5 साल बीत जाने के बाद भी दरभंगा में एम्स के निर्माण की बात तो दूर, अब तक शिलान्यास तक नहीं किया गया है. इसके चलते छात्र नाराज हैं. मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने एम्स निर्माण में हो रहे देरी को लेकर कर्पूरी चौक पर डबल इंजन की सरकार की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया. पढ़िए पूरी खबर.

एम्स निर्माण के शिलान्यास के लिए सद्बुद्धि यज्ञ
एम्स निर्माण के शिलान्यास के लिए सद्बुद्धि यज्ञ
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Published : Aug 17, 2021, 10:22 PM IST

दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले में एम्स (AIIMS) के निर्माण की घोषणा के पांच साल बीत जाने के वावजूद आज तक इसका शिलान्यास (Foundation Stone Laying) भी नहीं हुआ है. इसे लेकर मिथिला स्टूडेंट यूनियन (MSU) के सदस्यों ने कर्पूरी चौक पर डबल इंजन की सरकार की सद्बुद्धि और जल्द कार्य शुरू होने के लिए सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया.

ये भी पढ़ें- 75वां स्वतंत्रता दिवस: पटना प्रमंडलीय आयुक्त संजय अग्रवाल ने कारगिल चौक पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि

दरअसल, दरभंगा जिले में एम्स निर्माण के लिए सरकार को नींद से जगाने के लिए राम मंदिर निर्माण (Ram Temple Construction) के तर्ज पर मिथिला स्टूडेंट यूनियन के सदस्यों ने घर-घर जाकर एक ईंट की मांग की. ताकि एम्स निर्माण की तरफ सरकार (Government) का ध्यान जाए और जल्द से जल्द इसका काम शुरू हो सके. MSU ने मंगलवार को शहर के कर्पूरी चौक पर डबल इंजन की सरकार की सद्बुद्धि और जल्द कार्य शुरू करने को लेकर सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया.

ये भी पढ़ें- दरभंगा: एक महीने से लापता शिक्षक का मिला शव, हत्या या दुर्घटना, उलझी गुत्थी

आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने दरभंगा में AIIMS के निर्माण को मंजूरी देकर बिहारवासियों को तोहफा दिया था. मोदी कैबिनेट के इस फैसले के बाद बिहार में पटना के बाद दूसरा AIIMS दरभंगा में बनने का रास्ता साफ हो गया था.

ये भी पढ़ें- बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में इंदिरा गांधी की भूमिका को जन-जन तक पहुंचाएगी कांग्रेस

बताते चलें कि एम्स के निर्माण के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कैम्पस में राज्य सरकार ने 200 एकड़ जमीन देने की स्वीकृति दी थी. स्थल स्वीकृति के बाद एम्स निर्माण के स्थल के निरीक्षण के लिए केंद्र से कई टीमें आईं और स्थल का मुआयना कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी. लेकिन आज तक इसका शिलान्यास भी नहीं हो सका है.

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बिहार के दरभंगा में एम्स के निर्माण की घोषणा वर्ष 2015-16 के बजट सत्र में ही की थी. जिसमें कहा गया था कि दरभंगा एम्स 750 बेड का होगा और इसे बनाने में 1264 करोड़ रुपए खर्च होंगे. AIIMS में अगल-अलग Faculty और Non-Faculty पोस्टों पर लगभग 3000 लोगों को सीधे तौर पर नौकरी मिलेगी.

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इसके अलावा एम्‍स के आसपास बनने वाले शॉपिंग सेंटर, कैन्‍टीन जैसी सुविधाओं और सेवाओं के चलते बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा. 5 साल बीत जाने के बाद भी एम्स निर्माण की बात दूर शिलान्यास तक नहीं किया गया है. मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन के सदस्य इसे लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं.

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दरअसल, दरभंगा जिले में एम्स निर्माण के लिए सरकार को नींद से जगाने के लिए राम मंदिर निर्माण (Ram Temple Construction) के तर्ज पर मिथिला स्टूडेंट यूनियन के सदस्यों ने घर-घर जाकर एक ईंट की मांग की. ताकि एम्स निर्माण की तरफ सरकार (Government) का ध्यान जाए और जल्द से जल्द इसका काम शुरू हो सके. MSU ने मंगलवार को शहर के कर्पूरी चौक पर डबल इंजन की सरकार की सद्बुद्धि और जल्द कार्य शुरू करने को लेकर सद्बुद्धि यज्ञ का आयोजन किया.

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आपको बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने दरभंगा में AIIMS के निर्माण को मंजूरी देकर बिहारवासियों को तोहफा दिया था. मोदी कैबिनेट के इस फैसले के बाद बिहार में पटना के बाद दूसरा AIIMS दरभंगा में बनने का रास्ता साफ हो गया था.

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बताते चलें कि एम्स के निर्माण के लिए दरभंगा मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के कैम्पस में राज्य सरकार ने 200 एकड़ जमीन देने की स्वीकृति दी थी. स्थल स्वीकृति के बाद एम्स निर्माण के स्थल के निरीक्षण के लिए केंद्र से कई टीमें आईं और स्थल का मुआयना कर अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी. लेकिन आज तक इसका शिलान्यास भी नहीं हो सका है.

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने बिहार के दरभंगा में एम्स के निर्माण की घोषणा वर्ष 2015-16 के बजट सत्र में ही की थी. जिसमें कहा गया था कि दरभंगा एम्स 750 बेड का होगा और इसे बनाने में 1264 करोड़ रुपए खर्च होंगे. AIIMS में अगल-अलग Faculty और Non-Faculty पोस्टों पर लगभग 3000 लोगों को सीधे तौर पर नौकरी मिलेगी.

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इसके अलावा एम्‍स के आसपास बनने वाले शॉपिंग सेंटर, कैन्‍टीन जैसी सुविधाओं और सेवाओं के चलते बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा. 5 साल बीत जाने के बाद भी एम्स निर्माण की बात दूर शिलान्यास तक नहीं किया गया है. मिथिला स्टूडेंट्स यूनियन के सदस्य इसे लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं.

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