दरभंगाः कोरोना महामारी के इस दौर में राज्य सरकार का दावा है कि अस्पताल में मरीजों के इलाज के लिए पुख्ता इंतजाम है. अस्पतालों में किसी तरह की कोई कमी नहीं है. लेकिन उत्तर बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल डीएमसीएच के कोरोना वार्ड से वायरल एक वीडियो ने सारे दावे की पोल खोलकर रख दी. जहां ऑक्सीजन की कमी से एक महिला की मौत हो गई. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डीएमसीएच के अधीक्षक मणिभूषण शर्मा ने जांच के आदेश दिए हैं.
इस पूरी घटना पर डीएमसीएच के अधीक्षक मणिभूषण शर्मा ने कहा कि ये मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है. जो लोग भी दोषी होंगे उनको बख्शा नहीं जायेगा.
'जो भी कर्मचारी उसके पीछे होंगे, उन्हें चिन्हित कर कार्रवाई की जाएगी. पिछली घटना में जिनकी पहचान हुई, उनके मानदेय पर रोक लगा दी गई है. इस घटना का वीडियो हमने देखा है. जितनी भी निंदा की जाए कम है. इस घटना को लेकर मैं मर्माहत हूं'- मणिभूषण शर्मा, अधीक्षक डीएमसीएच
डीएमसीएच हॉस्पिटल से जो वीडियो सामने आया है, वह काफी विचलित करने वाला है. वायरल वीडियो में महिला कैमरे के सामने दम तोड़ती हुई दिख रही है. इस वीडियो को खुद मृतक के बेटे ने वायरल किया है. दरअसल दरभंगा जिला प्रशासन द्वारा भी डीएमसीएच में ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता के दावे जोर शोर से किए जाते रहे हैं पर मंगलवार को एक बार वीडियो ने फिर इसकी पोल खोल दी. इस घटना का वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है. नींद से जगी अस्पताल प्रशासन ने कार्रवाई का भरोसा दिया है.
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12 मई को बिगड़ी थी महिला की तबीयत
वीडियो में मृतिका के पुत्र सुनील कुमार ने बताया कि 12 मई को अचानक उसकी मां बेहोश होकर गिर गई. जिसके बाद वो लोग मां को लेकर बहेड़ी अस्पताल गए. वहां पर इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण दरभंगा जाने को कहा गया. जिसके बाद उन्हें एंबुलेंस बुककर दरभंगा के कई निजी अस्पतालों में भर्ती करना चाहा. लेकिन किसी ने भर्ती नहीं लिया. इस बीच उनकी तबीयत ज्यादा खराब होने लगी. जिसके बाद उनको लेकर डीएमसीएच आ गए.
'डीएमसीएच में आने के बाद हमारी मां को कोरोना वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया. एडमिट होने के बावजूद परेशानी बनी रही. जिसके कारण पांच दिनों तक हम सो भी नहीं सके. डीएमसीएच की व्यवस्था इतनी खराब है कि बिना पैसा के कोई काम वहां होता हीं नहीं. ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए वहां के कर्मियों को 100 रुपया देना पड़ता था. जिसके बाद वे लोग ऑक्सीजन सिलेंडर को बदलते थे'- सुनील कुमार, परिजन
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हेल्थ मैनेजर ने दिया खाली सिलेंडर
सुनील कुमार ने आगे बताया कि 17 मई की सुबह में ऑक्सीजन खत्म होने पर उसने कई कर्मियों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए फरियाद किया. उसने हेल्प मैनेजर से अपनी मां की जान बचाने की गुहार लगाई. उनके सामने हाथ भी जोड़ें और पैर भी पकड़े. सुनील का आरोप है कि काफी मिन्नत के बाद उसे हेल्थ मैनेजर ने भरे सिलेंडर की जगह खाली सिलेंडर दे दिया. जिसके कारण उसकी मां की मौत हो गई.
कोरोना वार्ड के सीसीटीवी में कैद है सारी घटना
सुनील ने मांग की है कि डीएमसीएच के कोरोना वार्ड के रूम नम्बर 5 में बेड नम्बर 11, जिस पर उसकी मां थी. वहां का सीसीटीवी चेक कर लिया जाए. हालांकि जो वीडियो वायरल है उसमें साफ दिख रहा है कि महिला किस तरह तड़प रही है और तड़पते हुए उसकी मौत हो जाती है.