दरभंगा: डीएमसीएच (DMCH) के आईसीयू वार्ड (ICU Ward) में मरीज हलकान है. आईसीयू के अंदर लाइट, एसी, उपचार से संबंधित सभी उपकरण भी लगे हुए हैं, लेकिन उचित देखभाल के अभाव में सभी ने बारी बारी से दम तोड़ दिया. वहीं आईसीयू के कमरे में बने खिड़कियों में लगे कांच भी टूट हुए हैं. जिससे तेज हवा के साथ बारिश का पानी सीधे कमरे में आता है.
यह भी पढ़ें- दरभंगा: यास तूफान की बारिश में डीएमसीएच जलमग्न, मेडिसिन वार्ड में मरीजों के बेड तक पहुंचा पानी
मरीज हैं परेशान
यास (YAAS) चक्रवाती तूफान आने के बाद औषधी विभाग के आईसीयू का हाल और बुरा हो गया है. छत से रिसते पानी, बड़ी बड़ी खिड़कियों के टूटे कांच से आती सीधी हवा ने गंभीर मरीजों की परेशानियों को काफी बढ़ा दिया है. बदहाली का आलम यह है कि चूहों ने आईसीयू में लगे एसी को अपना आशियाना बना लिया है. परिजन अपने मरीजो को सर्द हवा और पानी से बचाने के लिए पर्दे का ओहर लगाकर बचाने की जुगाड़ में लगे रहते हैं. इस तरह के हालात से ड्यूटी में लगे डॉक्टर, नर्स से लेकर सफाईकर्मी तक परेशान रहते हैं.
आईसीयू के एसी में चूहों का आशियाना
बदहाली का आलम यह है कि चूहों ने आईसीयू में लगे एसी को अपना आशियाना बना लिया है. परिजन अपने मरीजो को सर्द हवा एवं पानी से बचाने के लिए पर्दा का ओहर लगाते हैं. इस कुव्यवस्था से मरीज के साथ ही ड्यूटी में लगे डॉक्टर, नर्स से लेकर सफाईकर्मी तक परेशान रहते हैं.
क्या कहना है अस्पताल अधीक्षक का
वहीं अस्पताल अधीक्षक डॉ मणिभूषण शर्मा ने बदहाल आईसीयू की बदहाली को मानते हुए कहा कि कंस्ट्रक्शन के मामले में औषधि विभाग का आईसीयू थोड़ा कमजोर है. लेकिन चिकित्सीय व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त है. आईसीयू की व्यवस्था को बनाये रखने के लिए हमेशा अलर्ट रहने का दावा किया गया. वहीं उन्होंने कहा कि चिकित्सीय व्यवस्था दुरुस्त रहने के कारण ही मरीजों को बचाते हैं. साथ ही अधीक्षक ने बताया कि भवन के टूटे कांच व अन्य चीजों की जल्द ही मरमत कराई जाएगी.
यह भी पढ़ें- दरभंगा: DMCH अस्पताल में 25 वेंटिलेटर शुरू, कोरोना मरीजों को मिलेगी राहत