दरभंगा: मंगलवार को डीएम डॉ.त्यागराजन ने अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए कहा कि लॉक डाउन अवधि में 40 हजार से अधिक प्रवासी दरभंगा पहुंच चुके हैं और उनके आने का सिलसिला लगातार जारी है. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए ''ए'' केटेगरी के सिटी से आने वाले सभी प्रवासी अनिवार्य तौर पर 14 दिनों तक के लिए प्रखंड या पंचायत क्वॉरेंटाइन और एक हफ्ते होम क्वॉरेंटाइन में रहेंगे.
प्रवासी मजदूरों का रैंडम सैंपलिंग
इसको लेकर डीएम ने सभी पदाधिकारी को राज्य के बाहर से आ रहे प्रवासी मजदूरों का प्रखंड स्तरीय कैंप में निबंधन कराकर उन्हें क्वॉरेंटाइन कराने का निर्देश दिया है. डीएम ने कहा है कि राज्य सरकार ने मुंबई, पूणे, दिल्ली, गाजियाबाद, सूरत, अहमदाबाद, फरीदाबाद, गुरूग्राम, नोएडा, कोलकता और बैंगलोर को ए श्रेणी में वर्गीकृत किया है. इन शहरों से लौट रहे प्रवासी मजदूरों का रैंडम सैंपलिंग करने का निर्देश दिया गया है.
प्रवासी मजदूरों की संख्या में बढ़ोतरी
डीएम ने राज्य के बाहर से लगातार आ रहे प्रवासी मजदूरों की संख्या में अप्रत्याशित बढ़ोतरी को देखते हुए उन्हें 14 दिनों तक प्रखंड स्तरीय क्वॉरेंटाइन मे अनिवार्य रूप से रखने का निर्देश दिया है. इन शहरों से आने वाली महिला प्रवासी कामगारों को भी 14 दिनों तक प्रखंड क्वॉरेंटाइन में रखा जायेगा.
प्रवासी मजदूरों का डाटा बेस तैयार
डीएम डॉ. त्यागराजन ने बताया कि प्रवासी मजदूरों को किसी न किसी रोजगार से जोड़ने की जरूरत है. ताकि इनका जीवन यापन सुगम हो सके. इसलिए सभी प्रवासी मजदूरों का डाटा बेस तैयार कर कोविड पोर्टल पर अपलोड किया जाये. उन्होंने कहा है कि प्रवासी कामगारों को क्वॉरेंटाइन कैंप में मनरेगा योजना के तहत निबंधन कराकर उन्हें जॉब कार्ड निर्गत किया जाये. क्वॉरेंटाइन कैंप में सोख्ता का निर्माण और वर्षाजल संचयन संयत्र का निर्माण कार्य में इनको लगाया जाये. ताकि रोजगार के साथ ही इनको आदमनी हो सके.