दरभंगाः डीएमसीएच के मेडिसिन आईसीयू स्थित डायलिसिस कर्मियों के अभाव में बंद पड़े यूनिट को प्रधान सचिव के निर्देश पर एक साल के बाद चालू कर दिया गया. अब किडनी संबंधी मरीजों का यहां निःशुल्क डायलिसिस हो पायेगा. यूनिट में कार्य करने के लिए दो टेक्नीशियन नयन रंजन और विपिन कुमार रवि को नियुक्त किया गया है. वहीं, अस्पताल में डायलिसिस शुरू होने से अस्पताल कर्मी सहित मरीज और उनके परिजनों के बीच खुशी का माहौल है.
मरीजों को हो रही थी काफी परेशानियां
दरअसल डीएमसीएच में लगभग एक साल से डायलिसिस यूनिट में ताला लटके रहने से गरीब मरीजों को काफी राशि देकर निजी अस्पतालों में जाना पड़ता था. जिसके चलते यहां पर इलाज करवा रहे गरीब और लाचार मरीजों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. जिस पर स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने संज्ञान लेते हुए इसे चालू करने का निर्देश दिया. जिसके बाद अस्पताल प्रशासन हरकत में आई और आयुक्त सह डीएमसीएच रोगी कल्याण समिति की शासी निकाय के अध्यक्ष हेमंत बरबड़े से मुलाकात कर डायलिसिस यूनिट को चालू करने के लिए टेक्नीशियन तैनात करने का अनुरोध किया. जिसके बाद डीएमसीएच को चलाने के लिए दो टेक्नीशियन को तीन महीने के लिए स्किल्ड वेजेज पर रखने की स्वीकृति प्रदान कर दी है.
लिस्ट के अनुसार होगा काम
विपिन कुमार रवि ने कहा कि रोगी कल्याण समिति के प्रिंसिपल और अधीक्षक के माध्यम से हमें नियुक्ति पत्र मिला है और हम लोगों ने काम शुरू कर दिया है. वहीं, उन्होंने कहा कि पहले तो तीन से चार दिनों तक का नंबर लगा रहता था. लेकिन अभी तो यह डायलिसिस यूनिट फिर से शुरू हुआ है. तो पेसेंट वार्ड में कितने हैं, ये तो अभी हम नहीं बता सकते हैं. लेकिन सभी विभागों को सूचना दे दिया गया है. जैसे-जैसे मरीजों की लिस्ट आएगी, वैसे-वैसे हम लोग काम करेंगे.
मरीजों को मिलेगी निःशुल्क सुविधा
वहीं, अस्पताल अधीक्षक डॉ राज रंजन प्रसाद ने बताया कि डायलिसिस यूनिट खुलने से केवल दरभंगा ही नहीं आसपास के जिले के मरीजों को भी निःशुल्क सुविधा उपलब्ध हो सकेगी. उन्होंने बताया कि मरीजों की परेशानी को देखते हुए आयुक्त ने टेक्नीशियन को रखने की स्वीकृति दे दी है.