दरभंगा: एसएसपी आवास पर तैनात पुलिस कांस्टेबल चिंटू पासवान के परिजनों ने उसकी मौत की सीबीआई जांच की मांग की है. परिजन मंगलवार की शाम दरभंगा पहुंचे और शव को लेकर सभी औपचारिकताएं पूरी की. वहीं, सिटी एसपी योगेंद्र कुमार ने कांस्टेबल की मौत को आत्महत्या करार दिया. हालांकि मामले में कई सवाल अब भी अनसुलझे हैं, जिनका जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है.
एफएसएल की टीम कर रही जांच
सिटी एसपी योगेंद्र कुमार ने कहा कि कांस्टेबल चिंटू कुमार पासवान ने अपने ही हथियार से खुद के गर्दन पर गोली मार ली. उसके बाद उसे इलाज के लिए डीएमसीएच ले जाया गया, जहां मौत हो गई. उन्होंने कहा कि घटना स्थल से दो खोखे बरामद किए गए हैं. उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया ये आत्महत्या का मामला लगता है. हालांकि एफएसएल की टीम भी मामले की जांच कर रही है. परिजनों का बयान लेने और एफएसएल की रिपोर्ट के बाद ही किसी निर्णय पर पहुंचा जा सकता है. सिटी एसपी ने कहा कि चिंटू के सहयोगियों से जानकारी मिली कि उसकी शादी 24 जून को होने वाली थी, लेकिन छुट्टी के लिए कोई आवेदन प्रॉपर चैनल से नहीं आया है.
सीबीआई जांच की मांग
अरवल से दरभंगा पहुंचे मृतक सिपाही चिंटू के मामा डॉ. आजाद कुमार पासवान ने कहा कि उसके भांजे की मौत के मामले की सीबीआई जांच होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि किस परिस्थिति में चिंटू ने ऐसा किया है और कौन लोग इसके लिए जिम्मेदार है, इसकी सही तरीके से जांच जरूरी है. उन्होंने कहा कि उसके भांजे की शादी 24 जून को थी और 20 जून को तिलक था, लेकिन आज तक उसकी छुट्टी स्वीकृत क्यों नहीं हुई थी?
गर्दन में मार ली थी गोली
बता दें कि मंगलवार की सुबह दरभंगा एसएसपी बाबू राम के आवास पर तैनात सिपाही चिंटू पासवान की संदेहास्पद स्थिति में मौत हो गई थी. बताया गया कि उसने राइफल से अपने गर्दन में गोली मार ली थी. लेकिन राइफल से गर्दन में गोली मारने की घटना संदेह पैदा करती है. साथ ही चिंटू के गर्दन और छाती के बीच तीन गोलियां लगी हैं. जिनके निशान वहां मौजूद हैं. सवाल ये भी है कि एक गोली लगने के बाद व्यक्ति जब अचेत हो जाता है, तो उसे तीन गोलियां चलाने का मौका कैसे मिल गया. इन सवालों के जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं हैं और यही सवाल इस मौत के मामले में शक पैदा करते हैं.