दरभंगा: बिहार के दरभंगा जिले के मंडल कारा में रविवार की सुबह एक कैदी की तबीयत अचानक बिगड़ने लगी. जिसके बाद जेल प्रशासन ने प्राथमिक इलाज के बाद, उक्त कैदी को बेहतर इलाज के लिए डीएमसीएच के आपातकालीन विभाग में भर्ती कराया. जहां डॉक्टरों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया. कैदी की मौत के बाद परिजनों ने हंगामा कर दिया.
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मंडल कारा में बंद कैदी की मौत: दरअसल, वर्ष 2018 में जमीनी विवाद में प्रभाष चंद्र यादव पर औझौल गांव निवासी सुनील सिंह की हत्या का मामला चल रहा है. जिस आरोप में प्रभाष चंद्र यादव ने जेल में कैद था. वहीं मौत की खबर सुनने के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है. मृतक कैदी की पहचान तारालाही निवासी गरथू यादव के पुत्र प्रभाष चंद्र यादव के रूप में हुई है.
परिजनों में मचा कोहराम: मौत की सूचना मिलते ही परिजन और ग्रामीण अस्पताल के आपातकालीन विभाग पहुंचकर शव को देखकर हंगामा करने लगे. परिजनों ने आरोप लगाया है कि जेल प्रशासन की मिलीभगत से प्रभाष चंद्र यादव के खाना जहर देकर मार दिया है. वही पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएमसीएच परिसर में भारी मात्रा में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.
मामले की जांच में जुटी: बताते चले कि वर्ष 2018 में जमीनी विवाद में प्रभाष चंद्र यादव ने औझौल गांव निवासी सुनील सिंह की हत्या कर दी थी. जिस आरोप में प्रभाष चंद्र यादव जेल में कैद था. उसी जमीनी विवाद में 30 अप्रैल 2023 को एक बार सुनील सिंह के भाई रवि पर गोलीबारी हुई. जिसमें रवि सिंह की मौत हो गई थी. इस मामले में गरथू यादव, अभिनंदन, अविनाश, चंद्रहास और राकेश को आरोपी बनाया गया था. जिसमें पुलिस ने चंद्रहास और राकेश को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और गरथू यादव, अभिनंदन, अविनाश फरार चल रहे हैं.