दरभंगा: बिहार के दरभंगा में विक्की हत्याकांड में शामिल मुख्य आरोपी सहित अन्य बदमाशों के गिरफ्तारी की मांग को लेकर सड़क पर अगजनी कर बेलवागंज के पास दरभंगा-समस्तीपुर मुख्य पथ को जाम कर दिया गया. आक्रोशित लोगों पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क जाम कर दिया. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को शांत करने लगी लेकिन भीड़ ने पुलिस की एक नहीं सुनी. वहीं मौके पर पहुंची पुलिस के साथ बदसूलकी कर खदेड़ दिया गया.
भाड़ी संख्या में पुलिस बल को किया गया तैनात: इस बात की सूचना वरीय पुलिस पदाधिकारी को दी गई. जिसके बाद सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में भाड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचक मामले को शांत करने मे जुटी है. सड़क जाम की सूचना मिलने पर पहुंचे लहेरियासराय थाना एएसआई विजय कुमार सिंह के साथ आक्रोशित भीड़ ने दुर्व्यवहार करते हुए धक्का मुक्का कर खदेड़ दिया. विजय कुमार सिंह ने बताया कि दुर्गा मूर्ति विसर्जन को लेकर ड्यूटी पर लगाया गया है. उसी क्रम में पता चला कि लहेरियासराय थाना क्षेत्र के बेलवागंज में सड़क जामकर लोग हंगामा कर रहे हैं.
"सूचना के आधार पर मैं यहां पर पहुंचा और आक्रोशित लोगों से बात करना चाहा तो लोगो ने हमारी बात नहीं सुनी और मुझे लौटना पड़ा. भीड़ ने दरभंगा-समस्तीपुर मुख्य पथ को जाम कर दिया है." -विजय कुमार सिंह, ASI लहेरियासराय थाना
क्या है पूरा मामला?: बता दें कि लहेरियासराय थाना क्षेत्र के बेलवागंज निवासी प्रदीप साह का पुत्र विक्की कुमार 11 अक्टूबर से लापता था. जिसके बाद 14 अक्टूबर को विक्की की मां माला देवी द्वारा लहेरियासराय थाना में आवेदन दिया गया. आवेदन के आधार पर कांड दर्ज कर जांच शुरू की गई. तकनिकी टीम की मदद से पता चला कि विक्की को उजले रंग के स्कोर्पियो ने पहले हायाघाट उठाया फिर वहां से उसे सुपौल जिला ले जाया गया. जहां कोशी नदी किनारे विक्की की हत्या कर लाश को फेंका दिया गया.
तीन की हुई गिरफ्तारी: सदर एसडीपीओ अमित कुमार ने प्रेसवार्ता कर मामले की जानकारी दी. साथ ही उन्होंने बताया था कि इस मामले में तीन अभियुक्त बेलवागंज के संगीत कुमार उर्फ ब्लूटूथ के साथ सुपौल जिले के प्रवेश कुमार और समस्तीपुर जिले के संजीत कुमार को गिरफ्तार किया गया है. घटना में प्रयुक्त स्कोर्पियो को भी जब्त कर लिया है. घटना में कुछ और लोग भी शामिल हो सकते हैं जिसकी गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई चल रही है.
"शव की बरामदगी के लिए गोताखोर की मदद ली जा रही है. अपहरण कर हत्या की गई है. किस कारण से हत्या हुई इसका अभी तक पता नहीं चल पाया है ले
किन पैसे की बात सामने आ रही है. इस विषय पर जांच पूरा होने के बाद खुलासा हो पायेगा."- अमित कुमार, सदर एसडीपीओ