दरभंगा: जिले के बहादुरपुर में विपक्षी पार्टियों के सयुंक्त आह्वान पर जिलाव्यापी विरोध दिवस के तहत शुक्रवार को बहादुरपुर भाकपा माले रामनगर कार्यालय पर प्रतिवाद धरना हुआ. प्रतिवाद धरने का नेतृत्व माले राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार, खेग्रामस जिलाध्यक्ष जंगी यादव और जिला कमिटी सदस्य गणेश महतो ने किया. धरने में कोरोना की जांच और इलाज प्रखंड में करने, आईसीयू की व्यवस्था प्रखंड और अनुमंडल में करने की मांग की. साथ ही डीएमसीएच में लापरवाही पर रोक लगाने और बाढ़ की वजह से हुई मौत की न्यायिक जांच कराने की भी मांग की गई.
भाकपा माले ने दिया धरना
सभा को संबोधित करते हुए खेग्रामस जिलाध्यक्ष जंगी यादव ने कहा कि इस भीषण बाढ़ में लोग नाव के अभाव में डूबकर मर रहे हैं. हनुमाननगर के गोडीहारी भवानीपुर में नाव पलटने से तीन लोगों की जान चली गई. जगह-जगह से नाव के अभाव में तैर कर आने-जाने के क्रम में लोग डूब रहे हैं. लेकिन सरकार की ओर से नाव नहीं उपलब्ध कराया गया. उन्होंने कहा कि इस साल बाढ़ पूर्व तैयारी, नाव की कमी और जर्जर तटबंध के लगातार टूटना यह सरकार की तैयारियों का पोल खोल रहा है. बाढ़ पूर्व तैयारी में नीतीश सरकार पूरी तरह फेल साबित हुई है. उन्होंने तमाम बाढ़ पीड़ितों को 25000 रुपये सहायता राशि देने की मांग की है.
सरकार पर साधा निशाना
भाकपा माले राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार ने कहा डीएमसीएच की कुव्यवस्था ने जमाल अतहर रूमी, प्रो. उमेशचंद्र, गंगा देवी, अवधेश की जान ले ली. इसके बावजूद भी सरकार और जिला प्रशासन सोयी हुई है. उन्होंने सरकार से दरभंगा जिले को बाढ़ प्रभावित घोषित करने, बाढ़ पीड़ितों की फसल क्षति के लिए 25 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर मुआवजा देने की मांग की. इसके साथ ही जरुरतमंदों को पॉलीथिन सीट और सूखा राशन देने की गारंटी करने की मांग की. सभा को पिरडी की मुखिया तिलिया देवी, सुरेश पासवान, सुमन साह और अमरनाथ यादव ने संबोधित किया.