ETV Bharat / state

दरभंगाः लीची बाजार पर दिख रहा कोरोना का असर, नहीं पहुंच रहे खरीददार - Lychee of Muzaffarpur

कोरोना संक्रमण के डर से लोग लीची की खरीददारी से परहेज कर रहे हैं. एक लीची विक्रेता ने बताया कि पिछले साल रोजाना 40 हजार लीची की बिक्री हो जाती थी. लेकिन इस बार मुश्किल से 10 हजार लीची बिक रही है.

मुजफ्फपुर
मुजफ्फपुर
author img

By

Published : Jun 6, 2020, 6:57 PM IST

Updated : Jun 7, 2020, 7:55 PM IST

दरभंगाः मुजफ्फरपुर की शाही लीची का जलवा पूरे देश में फैला है. लेकिन महामारी की वजह से इस वर्ष इसकी खपत और कीमत दोनों कम हैं. शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर मुजफ्फरपुर की लाल शाही लीची का बाजार सज चुका है. लेकिन लोग कोरोना वायस के संक्रमण के खतरे से खरीददारी करने से परहेज कर रहे है. जिससे लीची की बिक्री में अप्रत्याशित गिरावट आई है.

मुजफ्फरपुर की लीची की रहती थी मांग
लीची की खरीदारी करने पहुंचे धीरेंद्र मिश्रा ने कहा कि यहां मुजफ्फरपुर की लीची की काफी मांग रहती थी. लेकिन पिछले साल की तुलना में इस वर्ष लीची की मांग और भाव दोनो कम हैं. पिछले साल लीची 150 रुपए प्रति सैकड़ा मिल रही थी. वहीं, इस साल 100 रुपए प्रति सैकड़ा बिक रही है. उन्होंने कहा कि अच्छी बारिश की वजह से इस बार लीची गुद्देदार और मीठी भी है.

पेश है रिपोर्ट

लीची की बिक्री में गिरावट
वहीं, लीची दुकानदार फूलो देवी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण लीची का बाजार काफी मंदा चल रहा है. जिस वक्त लीची बाजार में आई थी उस वक्त 120 रुपए प्रति सैकड़ा कीमत रखी गई थी. लेकिन खरीददार नहीं होने के कारण 100 रुपए प्रति सैकड़ा बेची जा रही है. उन्होंने कहा कि पिछले साल रोजाना 40 हजार लीची की बिक्री हो जाती थी. लेकिन इस बार मुश्किल से 10 हजार लीची बिक रही है.

दरभंगाः मुजफ्फरपुर की शाही लीची का जलवा पूरे देश में फैला है. लेकिन महामारी की वजह से इस वर्ष इसकी खपत और कीमत दोनों कम हैं. शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर मुजफ्फरपुर की लाल शाही लीची का बाजार सज चुका है. लेकिन लोग कोरोना वायस के संक्रमण के खतरे से खरीददारी करने से परहेज कर रहे है. जिससे लीची की बिक्री में अप्रत्याशित गिरावट आई है.

मुजफ्फरपुर की लीची की रहती थी मांग
लीची की खरीदारी करने पहुंचे धीरेंद्र मिश्रा ने कहा कि यहां मुजफ्फरपुर की लीची की काफी मांग रहती थी. लेकिन पिछले साल की तुलना में इस वर्ष लीची की मांग और भाव दोनो कम हैं. पिछले साल लीची 150 रुपए प्रति सैकड़ा मिल रही थी. वहीं, इस साल 100 रुपए प्रति सैकड़ा बिक रही है. उन्होंने कहा कि अच्छी बारिश की वजह से इस बार लीची गुद्देदार और मीठी भी है.

पेश है रिपोर्ट

लीची की बिक्री में गिरावट
वहीं, लीची दुकानदार फूलो देवी ने कहा कि लॉकडाउन के कारण लीची का बाजार काफी मंदा चल रहा है. जिस वक्त लीची बाजार में आई थी उस वक्त 120 रुपए प्रति सैकड़ा कीमत रखी गई थी. लेकिन खरीददार नहीं होने के कारण 100 रुपए प्रति सैकड़ा बेची जा रही है. उन्होंने कहा कि पिछले साल रोजाना 40 हजार लीची की बिक्री हो जाती थी. लेकिन इस बार मुश्किल से 10 हजार लीची बिक रही है.

Last Updated : Jun 7, 2020, 7:55 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.