दरभंगाः बिहार के दरभंगा पहुंचे भारत सरकार के पूर्व केंद्रीय मंत्री सह कांग्रेस नेता शकील अहमद ने राम मंदिर को लेकर बड़ा बयान दिया है. इस दौरान उन्होंने राजनीतिक पार्टियों के बयान का विरोध भी किया है. कहा कि धार्मिक मुद्दा को राजनीतिक नहीं बनाना चाहिए. इस दौरान उन्होंने शंकराचार्य के बयान पर कहा कि हमें धर्म के बारे में कोई जानकारी नहीं है.
'किसी भी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए': 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी. इसको लेकर कांग्रेस नेता ने कहा कि किसी भी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए. कहा कि जो कोर्ट ने फैसला किया है, उसपर सरकार अपना काम कर रही है. मेरा अपना मानना है कि धार्मिक मुद्दों पर विवाद नहीं होना चाहिए. सभी लोगों को धर्म की पूरी जानकारी नहीं होती है, इसलिए बयान से बचना चाहिए.
'आपस में सहमति से हो प्राण प्रतिष्ठा': कांग्रेस नेता ने कहा कि अगर कोई आपस मे सहमति नहीं है कि कौन प्राण प्रतिष्ठा करे? राजनीतिक व्यक्ति करेगा या धार्मिक तो ये आपस में तय करना चाहिए. मीडिया के माध्यम से तय नहीं होना चाहिए. इस लिए क्योंकि ये धार्मिक मामला है. बड़ा संवेदनशील होता है. इसमें किसी तरह का विवाद किसी को नहीं करना चाहिए.
'कुछ भी गलत होने पर जनता माफ नहीं करेगी': राजद विधायक ने बयान दिया कि भाजपा वाले उद्घाटन में बम विस्फोट करा सकते हैं. इसपर उन्होंने कहा कि भाजपा वोट बैंक की राजनीति करती है, मगर फिर कहूंगा की ये बहुत ही पवित्र और धार्मिक अवसर है. इसको भाजपा वाले या कोई भी किसी तरह का विवाद करेंगे या करने की कोशिश करेंगे तो देश की जनता माफ नहीं करेगी.
"22 जनवरी को रामलला स्थापित होंगे. यह धार्मिक मुद्दा है. मेरा मानना है कि इसे राजनीतिक मुद्दा नहीं बनाना चाहिए. हमें धर्म के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं है, इसलिए इसपर कुछ कहना सही नहीं है. भाजपा वाले या कोई और इसे राजननीतिक मुद्दा बनाते हैं और कुछ गलत होता है तो जनता माफ नहीं करेगी." -शकील अहमद, कांग्रेस नेता
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