दरभंगा: कामेश्वर सिंह संस्कृत विवि में उपशास्त्री, शास्त्री और आचार्य कक्षाओं के सभी पाठ्यक्रमों में कंप्यूटर की पढ़ाई अनिवार्य कर दी है. इसको लेकर विवि के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने कहा कि संस्कृत कंप्यूटर के लिए सबसे फिट लैंग्वेज है, इस सिद्धांत पर अब विवि के उपशास्त्री से लेकर आचार्य तक के विद्यार्थी अध्ययन करेंगे.
'संस्कृत कंप्यूटर की सबसे उपयुक्त भाषा'
विवि के कुलपति प्रो. सर्व नारायण झा ने बताया कि दुनिया भर में यह प्रमाणित हो चुका है कि कंप्यूटर की सबसे उपयुक्त भाषा अंग्रेजी नहीं बल्कि संस्कृत है. इसको लेकर विवि ने एक बड़ा कदम उठाया है. विवि का उद्देश्य व्याकरण, ज्योतिष और धर्मशास्त्र जैसे प्राचीन संस्कृत विषयों से ऐसे विद्यार्थियों को सामने लाना है जो कंप्यूटर की लैंग्वेज पर संस्कृत के माध्यम से नए-नए शोध कर सकें.
'बिहार का पहला संस्कृत विवि'
प्रो. सर्व नारायण झा ने बताया कि संस्कृत विवि बिहार का पहला विवि है, जहां चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू किया गया है. उन्होंने बताया कि संस्कृत कंप्यूटर के लिए सबसे फिट लैंग्वेज है, इस सिद्धांत पर अब विवि के उपशास्त्री से लेकर आचार्य तक के विद्यार्थी अध्ययन करेंगे. विद्यार्थी संस्कृत के माध्यम से कंप्यूटर की भाषा पर नए-नए शोध करेंगे. उन्होंने कहा कि न्याय शास्त्र और पाणिनी के व्याकरण के माध्यम से कंप्यूटर को बेहतर ढंग से समझा जा सकता है.
गौरतलब है कि दुनिया में कंप्यूटर को लेकर नए-नए शोध हो रहे हैं. इसकी भाषा को संस्कृत का सबसे करीब माना जाता है. प्रो. सर्व नारायण झा का मानना है कि अगर गणित और व्याकरण जैसे विषयों पर भारत के प्राचीन ग्रंथों के अनुसार अगर कंप्यूटर पर शोध किए जाएं, तो न सिर्फ कंप्यूटर के क्षेत्र में नई क्रांति आएगी बल्कि इससे प्राचीन भारत की वैज्ञानिक क्षमता का भी पता चल सकेगा.