दरभंगा: नगर निगम बोर्ड की बैठक में शामिल होने पहुंचे नगर विधायक संजय सरावगी और नगर निगम की महापौर बैजंती देवी खेड़िया के बीच नोक-झोंक हो गयी. मेयर ने बैठक में कहा कि विधायक बैठक के बीच में बेवजह टोकते रहते हैं. इस पर विधायक भड़क गए.
'जन प्रतिनिधि की हैसियत से बैठक में आए'
विधायक संजय सरावगी ने कहा कि वे चुने हुए जनप्रतिनिधि हैं और इसी हैसियत से बैठक में शामिल होने आए हैं. उन्होंने मेयर की इस टिप्पणी को आपत्तिजनक बताया. बैठक में भाग लेने आए विधान पार्षद डॉ. दिलीप चौधरी ने भी मेयर की टिप्पणी को गैर जरूरी बताया.
जरूरी मुद्दों पर होनी थी चर्चा
मेयर और विधायक के बीच नोक-झोंक पर पूरा सदन दो गुट में बंट गया. पक्ष और विपक्ष के लोग एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाते हुए हंगामा करने लगे. हंगामा काफी देर तक चला. इसकी वजह से जिन जरूरी मुद्दों पर चर्चा होनी थी, उन पर सदस्यों को बोलने का मौका ही नहीं मिला. आनन-फानन में जरूरी काम निबटा लिए गए.
'जवाब देना भी उन्हीं की जिम्मेवारी है'
विधान पार्षद ने कहा कि मेयर सदन की अध्यक्ष होती हैं. उन्हें सदस्यों के साथ संयमित बर्ताव करनी चाहिए और सदस्य जिन सवालों को उठा रहे हैं उनका जवाब देना भी उन्हीं की जिम्मेवारी है. उन्होंने कहा कि नगर विधायक सम्मानित सदस्य और जन प्रतिनिधि हैं. उनका नाम लेकर टिप्पणी करना गलत है. उन्होंने कहा कि इन्हीं वजहों से बैठक हंगामे की भेंट चढ़ जाती है और आम जनता का नुकसान होता है.