दरभंगा : एक तरफ पूरा बिहार कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण से लड़ रहा है. वहीं, दूसरी तरफ विधानसभा चुनाव काफी नजदीक आते ही जिले में राजनीति सरगर्मी तेज हो गई है. ऐसे में पक्ष और विपक्ष राजनीति करने का एक भी मौका छोड़ना नहीं चाहते. दरअसल, रविवार को वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश सहनी ने बिरौल थानाध्यक्ष पर घूस लेने की बात कह कर सुशासन की सरकार को कटघरे में खड़े करते हुए न्याय की मांग की थी.
सरकार को बदनाम करने की हो रही है कोशिश
बिहार सरकार को बदनाम होता देख बीजेपी के विधान पार्षद अर्जुन साहनी ने पलटवार करते हुए इसे मात्र एक राजनीति स्टंट करार दिया. अर्जुन साहनी ने कहा कि जिस प्रकार वीआईपी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुकेश साहनी के द्वारा थाने में पहुंचकर थाना अध्यक्ष को वाहन छोड़ने के लिए दस हजार रुपया रिश्वत देने का प्रयास किया गया. वो कहीं ना कहीं सरकार को बदनाम करने की कोशिश है.
जांच करावा कर दोषी व्यक्ति पर हो उचित कार्रवाई
विधान पार्षद अर्जुन साहनी ने कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते हुए सरकार और जिले के एसपी से मांग करते हुए कहा कि रिश्वत लेना और देना दोनों ही अपराध की श्रेणी में आता है. अतः इस विषय को संज्ञान में लेते हुए इसकी जांच कराई जाए और दोषी व्यक्ति चाहे थाना अध्यक्ष हो या मुकेश सहनी उस पर उचित कार्रवाई होनी चाहिए.