दरभंगाः मधुबनी जिले के झंझारपुर के एडीजे अविनाश कुमार प्रथम (ADJ Avinash Kumar First) और पुलिस के बीच मारपीट का मामला तुल पकड़ता जा रहा है. इस मामले में बिहार पुलिस एसोसिएशन की दरभंगा शाखा घायल पुलिस अधिकारियों के समर्थन में उतर आया है. एसोसिएशन ने घटना की उच्च अधिकारियों से जांच कराने की मांग की है. बिहार पुलिस एसोसिएशन की दरभंगा शाखा के सचिव विपुल कुमार सिंह (Vipul Kumar Singh) ने डीएमसीएच में घायल पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की.
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विपुल कुमार सिंह ने कहा कि एडीजे ने पुलिस अधिकारियों को एक मामले में हाजिर होने के लिए बुलाया था. लेकिन काम की व्यस्तता की वजह से वे दूसरे दिन वहां पहुंचे. इसके बाद एडीजे और उनके स्टाफ ने बेरहमी से दोनों पुलिस अधिकारियों की पिटाई की. उनके साथ गाली-गलौज भी हुई.
'पुलिस भी किसी अपराधी को इतनी बेरहमी से नहीं मारती है जितनी बेरहमी से थानाध्यक्ष और एएसआई को पीटा गया. जो अधिवक्ता विद्वान कहे जाते हैं उन्होंने भी सारी सीमाएं लांघ कर दोनों पुलिस अधिकारियों को कमरे में बंद कर पीटा.'-विपुल कुमार सिंह, सचिव, बिहार पुलिस एसोसिएशन (दरभंगा शाखा)
विपुल कुमार सिंह ने इस घटना की जांच बिहार के डीजीपी, डीएम, एसपी और हाईकोर्ट के जज से कराने की मांग की. उन्होंने कहा कि जो भी लोग दोषी हैं, उन्हें कड़ी सजा दी जाए.
बता दें कि 2 दिन पहले मधुबनी जिले के झंझारपुर कोर्ट के एडीजे अविनाश कुमार और 2 पुलिस अधिकारियों के बीच मारपीट का मामला सामने आया था. आरोप है कि एडीजे के चैंबर में घुसकर घोघरडीहा थानाध्यक्ष गोपाल कृष्ण और एएसआई हिमांशु शर्मा ने उनके साथ मारपीट की थी. इसके बाद उन्होंने एडीजे पर पिस्टल तान दिया और उनके साथ गाली-गलौज भी किया. इसके बाद एडीजे के स्टाफ और अधिवक्ताओं ने दोनों पुलिस अधिकारियों की जमकर पिटाई की थी.
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इस मामले में हाईकोर्ट ने संज्ञान लिया और बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी समेत कई वरीय अधिकारियों को नोटिस जारी की. इस मारपीट में घायल घोघरडीहा के एसएचओ और एसआई को शुक्रवार को मधुबनी के डॉक्टरों ने दरभंगा के डीएमसीएच रेफर कर दिया था. जहां गंभीर हालत में उनका इलाज चल रहा है.
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