दरभंगा: साइंस ओलंपियाड परीक्षा में जिले के ओमेगा स्टडी सेंटर के छात्र आयुष राज को बिहार जोन में पहला स्थान मिला है. वहीं आरती कुमारी ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है. इसके साथ ही आयुष ने इंटरनेशनल रैंकिंग में 13वां स्थान हासिल कर लिया. छात्र-छात्राओं ने इस उपलब्धि का श्रेय अपने शिक्षकों और माता-पिता को दिया है.
साइंस ओलंपियाड बिहार का नाम ऊंचा
दरअसल, विश्वभर के छात्रों के लिए साइंस ओलंपियाड परीक्षा का आयोजन किया गया था. जिसमें इंटरनेशनल रैंकिंग में 13वें नंबर पर बिहार के दरभंगा जिले के आयुष राज ने अपना नाम दर्ज करवाया है. वहीं आयुष ने बिहार जोन में पहली रैंक हासिल की है. इस परीक्षा में बेटियों ने भी खूब परचम लहराया है. जहां आरती कुमारी बिहार जोन में तीसरे स्थान पर रहीं. वहीं ओमेगा स्टडी सेंटर के कुल 44 में से 43 छात्र-छात्राएं साइंस ओलंपियाड में सफल रहे. आयुष और आरती इसी सेंटर के स्टुडेंट्स हैं.
इंटरनेशनल जोन में बिहार के बच्चे सफल
ओमेगा स्टडी सेंटर के निदेशक सुमन कुमार ठाकुर ने बताया कि पूरे देश मे 21 जोन हैं, जिसमें बिहार ज़ोन से 1 से 20 तक में इसी संस्थान के छात्र हैं. जबकि इंटरनेशनल जोन में 13वें स्थान पर आयुष है. उन्होंने कहा कि इसके बाद 189 तक की इंटरनेशनल रैंकिंग में यहीं के छात्रों का नाम है.
'शिक्षकों के मार्गदर्शन से मिला पहला रैंक'
बिहार जोन टॉपर आयुष राज ने कहा कि इस उपलब्धि को पाकर बहुत खुश हूं. उन्होंने इसका श्रेय अपने शिक्षकों के मार्गदर्शन को दिया. आयुष ने कहा कि साइंस ओलंपियाड में रीजनिंग बहुत महत्वपूर्ण होती है. उसकी अलग से खास तैयारी करनी पड़ती है. उन्होंने कहा कि इस रिजल्ट के बाद उनके लिए मेडिकल और आईआईटी की राह बेहद आसान हो जाएगी.
'मेहनत करती रहुंगी'
छात्रा आरती कुमारी ने कहा कि बेहतर मार्गदर्शन से ही यह उपलब्धि हासिल हुई है. इसे आगे भी जारी रखुंगी और इसके लिए और भी ज्यादा मेहनत करुंगी.