दरभंगा: बिहार में आंगनबाड़ी सेविकाओं द्वारा लगातार अपनी 5 सूत्री मांगों को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. दो दिन पहले भी भागलपुर जिले में आंगनबाड़ी सेविकाओं में काफी आक्रोश देखने को मिला था. सरकार द्वारा उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देने के कारण सेविकाओं द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया था. जहां बिहार आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ भागलपुर इकाई के आवाहन पर मानव श्रृंखला बनाकर धरना दिया गया था. वहीं, शनिवार को दरभंगा जिले में आंगनबाड़ी सेविकाओं का आक्रोश देखा गया.
मंत्री के आवास को घेरा: दरअसल, बिहार राज्य आंगनबाड़ी संयुक्त संघर्ष समिति के बैनर तले राज्यभर के 5 हजार आंगनबाड़ी केंद्र की 10 हजार आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर 29 सितंबर से केंद्रों पर तालाबंदी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर हैं. इसी कड़ी में आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका ने शनिवार को लहेरियासराय स्थित समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी के आवास का घेराव करते हुए अपनी मांगों के समर्थन में आवाज को बुलंद किया.
एक महीने से चल रहा हड़ताल: वहीं आंगनबाड़ी सेविका और सहायिकाओं द्वारा किए जा रहे प्रदर्शन को सुन मंत्री मदन सहनी अपने आवास से निकले और आंदोलनकारीयो से वार्ता कर मामला को शांत किया. वहीं, मंत्री मदन साहनी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि लगभग एक महीने से इन लोगों का हड़ताल चल रहा है. हड़ताल पर जाने से पहले इनलोगों से पटना में उनके संघ के लोगों को बुलाकर बैठक किए थे. उन्होंने कहा कि आप हड़ताल पर मत जाइए हम लोग आपकी मांगों पर विचार कर रहे हैं.
"वार्ता के बावजूद संघ हड़ताल पर चला गया है. हड़ताल के समय में भी हम इन लोगों के साथ तीन बार बैठक किए है. हर बार हम लोगों ने कहा कि आप हड़ताल वापस लें ले. हमलोग आप लोगों की मांगों पर विचार कर रहे हैं. लेकिन ये लोग अपनी जिद्द पर डटे हुए है. आज यह लोग हमारे दरभंगा स्थित आवास पर भी आ गए. इन लोगों ने अपना मांग पत्र सौंपा है. हम लोग इनकी मांगो पर विचार कर रहे है." - मदन सहनी, समाज कल्याण मंत्री, बिहार सरकार.