दरभंगा: ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय छात्र संघ की निर्वाचित अध्यक्ष मधुमाला कुमारी के एडमिशन में अनियमितता के मामले में कई लोग संदेह के घेरे में हैं. इस मामले में एमआरएम कॉलेज के तत्कालीन प्राचार्य समेत कई कर्मियों और विवि के तत्कालीन डीएसडब्ल्यू की भूमिका भी संदेह के घेरे में है. गलत ढ़ंग से एडमिशन के आरोपों को विवि के शिकायत निवारण सेल ने सही पाया है. अब एक दूसरी जांच समिति मामले के दोषियों को चिह्नित करेगी.
विश्वविद्यालय के शिकायत निवारण सेल की जांच के दौरान यह पता चला है कि छात्रा ने एमआरएम कॉलेज में नामांकन शुल्क तक जमा नहीं कराया. इसके बावजूद नामांकन हुआ और रजिस्टर पर उसका नाम चढ़ा. उसने 2 साल में 4 सेमेस्टर की परीक्षा भी दे दी. विवि ने अब इस मामले में एक अलग जांच समिति बनायी है. इसकी रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई होगी.
मधुमाला कुमारी ने छोड़ा छात्र संघ अध्यक्ष का पद
विवि के डीएसडब्ल्यू प्रो. रतन कुमार चौधरी ने बताया कि छात्रा के नामांकन में गड़बड़ी हुई है. इस बीच मधुमाला कुमारी ने छात्र संघ अध्यक्ष का पद खुद ही छोड़ दिया है. अब विवि की नामांकन समिति ने यह निर्णय लिया है कि गलत ढ़ंग से एडमिशन मामले में दोषियों की पहचान के लिये एक और कमेटी बनेगी. इस कमेटी की रिपोर्ट के बाद यह निर्णय लिया जायेगा कि छात्रा का नामांकन रद्द होगा या नहीं. साथ ही किन-किन लोगों पर कार्रवाई की जायेगी, यह निर्णय भी इसी कमेटी की रिपोर्ट के बाद होगा.