पटना: बिहार के 12 जिलों में चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौत पर बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष व सांसद गोपाल नारायण सिंह ने नीतीश सरकार और आरजेडी अध्यक्ष पर निशाना साधा है. गोपाल नारायण सिंह ने कहा कि कि लालू और नीतीश कुमार के राज में कोई फर्क नहीं है.
बीजेपी सांसद ने कहा कि,'लालू जी के समय से आज तक बिहार में मेडिकल कॉलेजों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है. उसी समय से अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है. बिहार की वर्तमान सरकार ने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया है.
चमकी बुखार पर बिहार सरकार ने दाखिल किया SC में हलफनामा
बिहार में चमकी बुखार से हुई बच्चों की मौत पर सुप्रीमकोर्ट में दायर जनहित याचिकाओं के जवाब में बिहार सरकार ने हलफनामा दायर किया है. हलमफनामा में सरकार ने माना है कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेश में संसाधनों का घोर अभाव है. सुप्रीम कोर्ट में दाखिल हलफनामे में नीतीश सरकार ने माना है कि प्रदेश में 47 प्रतिशत डॉक्टरों की कमी है. विभाग में 71 प्रतिशत नर्स, 62 प्रतिशत लैब टेक्नीशियन और 48 प्रतिशत फार्मासिस्ट के पद खाली पड़े हैं.
हलफनामे में बिहार सरकार ने कोर्ट को यह आश्वस्त करने की कोशिश की है कि मेडिकल ऑफिसर, पैरा मेडिकल और टेक्निकल स्टाफ की नियुक्ति को लेकर कदम उठाने जा रही है.
नहीं थम रहा AES का कहर
चमकी या एईएस से हो रही बच्चों की मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है. इस बुखार के चलते मंगलवार को एसकेएमसीएच में एक और बच्चे की मौत हो गई. वहीं, हॉस्पिटल के पीआईसीयू में 14 बच्चे भर्ती हैं. इनमें से 5 की हालत गंभीर है. चमकी या एईएस से मरने वालों बच्चों की कुल संख्या 193 हो गई है. हालांकि, सरकारी आंकड़ा 137 है. इनमें 116 बच्चों की मौत एसकेएमसीएम और 21 बच्चों की मौत केजरीवाल अस्पताल में हुई है.