पटना: ऐतिहासिक गांधी मैदान में 'जन आकांक्षा रैली' के बहाने करीब 28 बरस बाद कांग्रेस ने अपने बूते कोई ऐतिहासिक रैली की. भीड़ के लिहाज से रैली को ऐतिहासिक बताने की कोशिश तो खूब हुई, मगर तस्वीर बता रही है कि ऐतिहासिक तो छोड़ दीजिए सहयोगी आरजेडी की रैलियों के सामने ये रैली फीकी रह गई. लालू प्रसाद यादव के बरक्स राहुल गांधी को सुनने जन सैलाब उमड़ नहीं पाया.
![undefined](https://s3.amazonaws.com/saranyu-test/etv-bharath-assests/images/ad.png)
गांधी मैदान में पहले भी कई रैलियां हुईं हैं. खासकर लालू यादव की रैली में जुटी भीड़ को लेकर हमेशा चर्चा होती है. बीजेपी की रैली, जिसमें नरेंद्र मोदी शामिल हुए थे, उसकी भी चर्चा होती है. मगर भीड़ के मामले में कांग्रेस की रैली उन रैलियों के मुकाबले तो कहीं नहीं टिकती. कांग्रेस की ओर से दावा तो बहुत हुआ था, लेकिन उन दावों का भीड़ ने हवा निकाल दिया है.