बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के कोरान सराय थाने की पुलिस ने शराब की खेप के साथ जिला परिषद प्रतिनिधि को गिरफ्तार किया (Zilla Parishad representative arrested with liquor) है. गुप्त सूचना के आधार पर की गई कार्रवाई के बाद पुलिस ने शराब तस्कर को जेल भेज दिया है, लेकिन इस कार्रवाई से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के द्वारा जनप्रतिनिधियों को दिलाई जाने वाली शराबबंदी के अनुपालन कराने की शपथ पर भी सवालिया निशान उठने लगे हैं. जिसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है.
क्या कहते हैं अधिकारी: इस संबंध में थानाध्यक्ष रंजीत कुमार ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर की गई है. इस कार्रवाई में 66 बोतल अंग्रेजी शराब के साथ डुमरांंव पश्चिमी क्षेत्र से महिला जिला पार्षद के प्रतिनिधि राम अवधेश प्रसाद और सिकरौल थाना क्षेत्र के पांडेयपुर गांव निवासी अक्षय कुमार पांडेय को गिरफ्तार किया है. इस दौरान एक बाइक भी जब्त किया गया है. जिसे शराब की खेप पहुंचाने में प्रयोग किया गया है. माना जा रहा है कि यह बाइक चोरी की है. हालांकि, पुलिस की भनक पाकर मुख्य तस्कर फरार हो गया. जिसकी गिरफ्तारी के लिए कोरान सराय पुलिस संभावित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है.
पहले भी जेल जा चुका है आरोपी: पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र के बसगितिया गांव निवासी सरोज यादव शराब तस्करी का मास्टरमाइंड है. थानाध्यक्ष ने बताया कि शराब के साथ गिरफ्तार जिला पार्षद के प्रतिनिधि थाना क्षेत्र के मठिला गांव के निवासी है और फिलहाल कोरान सराय में रहता है. पूर्व में भी कोरान सराय थाना में उसके खिलाफ मामला दर्ज हुआ था और वह जेल की हवा भी खा चुका है. यही नहीं दूसरा आरोपी अक्षय कुमार भी शराब मामले में जेल जा चुका है. गौरतलब है कि जिले में मादक पदार्थों के साथ ही शराब की तस्करी का कारोबार तस्करों के द्वारा धड़ल्ले से किया जा रहा है. जेल से छूटने के बाद पुनः इस कारोबार से लोग जुड़ जा रहे हैं.