बक्सर: बिहार के बक्सर (Buxar) जिले में सिमरी थाना क्षेत्र के नियाजीपुर बांध के समीप युवा आरजेडी नेता (RJD Leader) दीपक यादव (20 वर्ष) की अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. शुक्रवार देर शाम युवक अपने दोस्त के पिता के दाह संस्कार में शामिल होने के बाद घर लौट रहा था. इसी दौरान रास्ते में अपराधियों ने उसकी स्कॉर्पियो पर अंधाधुंध फायरिंग कर घटना को अंजाम दिया.
दाह संस्कार से लौट रहा था युवक
बताया जाता है कि दीपक यादव (Deepak Yadav) अपने दोस्त सहियार पंचायत के मुखिया शंकर सिंह के पिता के दाह संस्कार से लौट रहा था. तभी रास्ते में अपराधियों ने स्कार्पियो पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. इस गोलीबारी में एक गोली दीपक के सिर में लग गई.
रास्ते में हुई मौत
जख्मी दीपक को आनन-फानन में बक्सर सदर अस्पताल (Buxar Sadar Hospital) लाया गया. युवक की हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने उसे बनारस रेफर कर दिया. बनारस ले जाने के क्रम में उसकी रास्ते में ही मौत हो गई. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा और आगे की कार्रवाई शुरू कर दी. वहीं, मौके पर से पुलिस ने एक स्कार्पियो और बाइक बरामद की है.
क्या कहते हैं मृतक के भाई
मृतक के भाई अजय ने बताया कि जब उसने अपने भाई के नंबर पर फोन किया तो उसके दोस्तों ने कॉल रिसीव किया. दीपक के दोस्तों ने बताया कि उसका एक्सीडेंट हुआ है. आनन-फानन में परिवार वाले सदर अस्पताल पहुंचे. अस्पताल में पता चला कि दीपक को अपराधियों ने गोली मार दी है.
डॉक्टरों ने उसे बनारस ले जाने को कहा है. भाई की मौत पर अजय यादव ने कहा कि जिले में अपराधियों का मनोबल सातवें आसमान पर है. कब क्या हो जाये, कहना मुश्किल है.
'बनारस में डॉक्टरों ने जबाव दे दिया. हमें तो दीपक के दोस्तों ने बताया कि उसका एक्सीडेंट हुआ है. दीपक तो पढ़ने लिखने वाला लड़का था. किसी से उसका कोई लेना देना नहीं था. अपराधी वारदातों को अंजाम देकर चले जाते हैं. प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठा रहता है'.- अजय कुमार यादव, मृतक का भाई
प्राथमिक उपचार के बाद बनारस रेफर
वहीं, सदर अस्पताल के डॉक्टर विजय कुमार ने बताया कि युवक के सिर में गोली लगी थी. हालत को गंभीर देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद उसे बनारस रेफर कर दिया गया था.
खुलेआम हो रहे आपराधिक वारदातें
गौरतलब है कि 3 दिन पहले ही बक्सर पुलिस अधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने क्राइम कंट्रोल करने के लिए कई थानेदारों का तबादला किया था. लेकिन अपराधियों के आगे पुलिस का हर प्रयोग विफल हो रहा है. अपराधी खुलेआम आपराधिक वारदातों को अंजाम देकर फरार हो रहे हैं.
यह भी पढ़ें: Araria News: मोबाइल चोरी विवाद में दुकानदार की हत्या, 4 दिन पहले दी थी धमकी