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युवा जनसंवाद कार्यक्रम में सवालों ने अधिकारियों को किया परेशान, कही ये बातें - पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह

बक्सर के किला मैदान में युवा जनसंवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें जिले के डीएम से लेकर एसपी तक के युवाओं के सवालों का एक-एक जवाब दिया. इस दौरान कुछ सवाल ऐसे भी थे, जिसका जवाब देने में अधिकारियों के पसीने छूट गए.

युवा जनसंवाद कार्यक्रम
युवा जनसंवाद कार्यक्रम
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Published : Mar 23, 2021, 3:31 PM IST

बक्सर: युवाओं से सीधे जुड़ने के लिए जिला प्रशासन ने युवा जनसंवाद कार्यक्रम की शुरुआत की है. शहर के ऐतिहासिक किला मैदान में युवाओं के बीच सीढ़ियों पर बैठकर 4 घंटे तक डीएम, एसपी एवं उपविकास आयुक्त ने सवालों का जवाब दिया.

युवाओं ने कहा कि वाहन जांच के दौरान पुलिस अधिकारियों का रवैया ठीक नहीं रहता है. पुलिस के जवान से लेकर थाना प्रभारी तक जिस अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं वो सभ्य समाज के लिए ठीक नहीं है. जिलाधिकारी अमन समीर, पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह, एवं उपविकास आयुक्त योगेश कुमार सागर 4 घंटे तक लगातार युवाओं के सवालों का जवाब देते रहे, इस दौरान कई युवाओं ने वरीय अधिकारियों से खुलकर पुलिस की मनमानी और विभाग के अंदर चल रहे घूसखोरी के खेल को बताया.

युवाओं की शिकायतें सुन अधिकारी हुए परेशान
जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान चंदन कुमार ने जिलाधिकारी से सवाल पूछते हुए कहा कि एक साल पहले जब मैं आपके कार्यालय में केंद्रीय विद्यालय से जुड़े एक समस्या को लेकर गया था. उस दौरान आपने ठीक से बात नहीं की फिर एक साल में आपका हृदय कैसे परिवर्तित हो गया कि आज युवाओं से वार्ता करने के लिए आपको हमारे बीच आना पड़ा. वहीं रवि कुमार ने हेल्मेट जांच के दौरान पुलिस द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किये जाने का शिकायत करते हुए एसपी नीरज कुमार सिंह से पूछा कि क्या पुलिस का यह मौलिक कर्तव्य नहीं है कि नागरिकों से इंसानों की तरह व्यवहार करें. वहीं किसी ने स्वास्थ्य व्यवस्था तो कइयों ने विभाग में चल रहे घूसखोरी से जुड़े सवाल पूछे.

क्या कहते हैं जिलाधिकारी?
युवा जनसंवाद कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि जिले के विकास कार्यों में युवाओं का सहयोग मिले एवं युवाओं से सीधे जुड़े रहने के लिए युवा जनसंवाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. आगे भी इस तरह की वार्ता होती रहेगी. इस वार्ता के दौरान जो बातें निकलकर सामने आई है. उसमें सुधार किया जाएगा.

युवाओं की बातों से प्रभावित हुए एसपी
पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह ने कहा कि इस जनसंवाद कार्यक्रम में भाग लेने के बाद युवाओं के प्रति मेरा नजरिया बदल गया है और अब भरोसा हो गया है कि अपराध नियंत्रण में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और इनके सहयोग से जिले में शांति व्यवस्था कायम होगी. पुलिस द्वारा हेलमेट जांच के दौरान अभद्र भाषा की जो शिकायतें मिली है, उसे दूर किया जाएगा और ऐसे अधिकारियों को व्यवहार कुशलता के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. आज से पहले जो बात हमारे संज्ञान में नहीं था. आज इन युवाओं से वार्ता करने के बाद पता चला.

ये भी पढ़ें- बिस्मिल्लाह खां : शहनाई के सुरों से जीता जहां, बिहार के बक्सर में मिली उपेक्षा

युवा जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने पहले ही साफ कर दिया था कि यहां आपलोगों से बात करने कोई जिलाधिकारी या एसपी नहीं आया है. बल्कि हम सभी दोस्त हैं. जिसके बाद युवाओं ने सवालों की झड़ी लगा दी.

बक्सर: युवाओं से सीधे जुड़ने के लिए जिला प्रशासन ने युवा जनसंवाद कार्यक्रम की शुरुआत की है. शहर के ऐतिहासिक किला मैदान में युवाओं के बीच सीढ़ियों पर बैठकर 4 घंटे तक डीएम, एसपी एवं उपविकास आयुक्त ने सवालों का जवाब दिया.

युवाओं ने कहा कि वाहन जांच के दौरान पुलिस अधिकारियों का रवैया ठीक नहीं रहता है. पुलिस के जवान से लेकर थाना प्रभारी तक जिस अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हैं वो सभ्य समाज के लिए ठीक नहीं है. जिलाधिकारी अमन समीर, पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह, एवं उपविकास आयुक्त योगेश कुमार सागर 4 घंटे तक लगातार युवाओं के सवालों का जवाब देते रहे, इस दौरान कई युवाओं ने वरीय अधिकारियों से खुलकर पुलिस की मनमानी और विभाग के अंदर चल रहे घूसखोरी के खेल को बताया.

युवाओं की शिकायतें सुन अधिकारी हुए परेशान
जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान चंदन कुमार ने जिलाधिकारी से सवाल पूछते हुए कहा कि एक साल पहले जब मैं आपके कार्यालय में केंद्रीय विद्यालय से जुड़े एक समस्या को लेकर गया था. उस दौरान आपने ठीक से बात नहीं की फिर एक साल में आपका हृदय कैसे परिवर्तित हो गया कि आज युवाओं से वार्ता करने के लिए आपको हमारे बीच आना पड़ा. वहीं रवि कुमार ने हेल्मेट जांच के दौरान पुलिस द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग किये जाने का शिकायत करते हुए एसपी नीरज कुमार सिंह से पूछा कि क्या पुलिस का यह मौलिक कर्तव्य नहीं है कि नागरिकों से इंसानों की तरह व्यवहार करें. वहीं किसी ने स्वास्थ्य व्यवस्था तो कइयों ने विभाग में चल रहे घूसखोरी से जुड़े सवाल पूछे.

क्या कहते हैं जिलाधिकारी?
युवा जनसंवाद कार्यक्रम के बाद पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि जिले के विकास कार्यों में युवाओं का सहयोग मिले एवं युवाओं से सीधे जुड़े रहने के लिए युवा जनसंवाद कार्यक्रम की शुरुआत की गई है. आगे भी इस तरह की वार्ता होती रहेगी. इस वार्ता के दौरान जो बातें निकलकर सामने आई है. उसमें सुधार किया जाएगा.

युवाओं की बातों से प्रभावित हुए एसपी
पुलिस कप्तान नीरज कुमार सिंह ने कहा कि इस जनसंवाद कार्यक्रम में भाग लेने के बाद युवाओं के प्रति मेरा नजरिया बदल गया है और अब भरोसा हो गया है कि अपराध नियंत्रण में युवा महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे और इनके सहयोग से जिले में शांति व्यवस्था कायम होगी. पुलिस द्वारा हेलमेट जांच के दौरान अभद्र भाषा की जो शिकायतें मिली है, उसे दूर किया जाएगा और ऐसे अधिकारियों को व्यवहार कुशलता के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा. आज से पहले जो बात हमारे संज्ञान में नहीं था. आज इन युवाओं से वार्ता करने के बाद पता चला.

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युवा जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान जिलाधिकारी ने पहले ही साफ कर दिया था कि यहां आपलोगों से बात करने कोई जिलाधिकारी या एसपी नहीं आया है. बल्कि हम सभी दोस्त हैं. जिसके बाद युवाओं ने सवालों की झड़ी लगा दी.

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