बक्सर: जिला की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था के कारणों को पता लगाने में जुटी ईटीवी भारत की टीम को कई हैरान कर देने वाली जानकारी हाथ लगी है. इस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी मुहर लगा दिया है. 2017 में भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे और कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी के द्वारा नगर वासियों को शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा दी गई थी. जिसका 2019 के चुनाव के पहले नाम बदलकर हेल्थ वेलनेस सेंटर रख दिया गया. वहीं एक ही स्वास्थ्य केन्द्र को फिर से मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने उद्घाटन कर दूसरी बार भी चुनाव जीत गए थे.
मंत्री जी के सौगात का क्या है सच
चुनाव में जाने से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने बक्सर वासियों को मोबाइल मेडिकल वैन, लवाईक, हेल्थ एटीएम, वाटर एटीएम, टेलीमेडिसिन सेवा की सुविधा दी गई थी. ठीक 1 साल बाद 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मंत्री जी द्वारा दी गई सौगात का पता लगाने में जुटे ईटीवी भारत के टीम को कई हैरान कर देने वाली जानकारी हाथ लगी है. जिस पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने भी मुहर लगा दी है.
गुम हुआ मोबाइल मेडिकल वैन
9 मार्च 2019 को उद्घाटन के दौरान अस्पताल परिसर में मौजूद मोबाइल मेडिकल वैन, वाटर एटीएम और लवाईक उदघाटन के साथ ही अचानक कहा गुम हो गया. जिसका 1 साल 5 महीने बीते जाने के बाद भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी पता लगाने में असफल रहे. बक्सर सिविल सर्जन ने बताया कि यदि अस्पताल को 2 रुपये का सीरिंज भी विभाग के द्वारा दिया जाता है तो उसके साथ ही उसका रसीद भी दिया जाता है. लेकिन इतना महंगा वैन का कोई दस्तावेज विभाग ने अस्पताल प्रशासन को नहीं दिया है और ना ही उसका कोई खोज खबर है.
वहीं मंत्री जी के एक करीबी से जब इस मामले की जानकारी लेने की कोशिश की गई तो, उन्होंने नाम नहीं बताने की शर्त पर बताया कि एक दिन का रेंट भुगतान कर, मोबाइल मेडिकल वैन और लवाईक को लाया गया था. लेकिन चुनाव जितने का बाद इस कोई अत-पता नहीं है.
वाटर एटीएम बक्सर से लापता
वहीं हेल्थ वैलनेस सेंटर में तैनात जब स्वास्थ्य कर्मियों से यह जानने की कोशिश की गई कि, मंत्री जी द्वारा आने वाले मरीजों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने के लिए, जो वाटर एटीएम का सौगात दिया गया था वह कहां है. जिसके बाद सभी ने चुप्पी साध ली. किसी के पास कोई जवाब नहीं है.
फिर मिला बक्सर को सौगात
बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए एक बार फिर बक्सर वासियो को गुमराह करने के लिए 12 अगस्त को वर्चुअल तरीके से उद्घाटन कर मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने लवाईक की सुवधा दी है. लेकिन इस बार भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को इस बात की जानकारी नहीं है, की 18 दिन पहले मंत्री जी द्वारा दिया गया लवाईक कहा है और वह क्या कार्य कर रहा है.
चुनाव बीतने पर योजना अधर में
गौरतलब है कि जब भी चुनाव आता है. स्थानीय सांसद सह भारत सरकार के केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार कल्याण राज्य मंत्री, अश्विनी कुमार चौबे के द्वारा बक्सर वासियों को कोई न कोई सौगात दी जाती है. लेकिन चुनाव बीतने के साथ ही मंत्री जी के वादे भी जुमला साबित होता है. अब तक मंत्री जी ने बक्सर वासियों को जो सौगात दी है. उसकी सूची लंबी है.
चुनाव बीतने पर योजना अधर में लटकी जो कुछ इस प्रकार है -
- 11 साल पहले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट 100 करोड़ 50 लाख रुपए की निकासी के बाद भी नहीं बना.
- इटाढ़ी रेलवे गुमटी आरओबी - नहीं बना.
- पांडेय पट्टी रेलवे गुमटी आरओबी नहीं बना.
- चौसा रेलवे गुमटी आरओबी पेंडिंग है.
- रेलवे स्टेशन पर स्वचालित सीढ़ी बन्द है.
- मोबाइल मेडिकल वैन लापता है.
- लवाईक लापता है.
- टेलीमेडीसीन सेवा रिचार्च के अभाव में बन्द है.
- वाटर एटीएम लापता है.
- हेल्थ एटीएम ताला बंद.
- डुमरांव में देशी गायों की संरक्षण के लिए बनने वाला गौशाला पेंडिंग.