बक्सर: मैट्रिक परीक्षा के तीसरे दिन आज परीक्षा से ढाई घंटे पहले सोशल साइंस का पेपर वायरल हो गया. पेपर वायरल होने की खबर से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया. पेपर पाने के लिए छात्रों के बीच होड़ मच गई. इससे पहले परीक्षा के दूसरे दिन भी मैथ का पेपर वायरल हुआ था.
इसे भी पढ़ें: बिहार विधानसभा बजट सत्र: विपक्ष ने सरकार को घेरने की बनाई रणनीति, सत्ता पक्ष भी तैयार
ढाई घंटे पहले पेपर वायरल
बक्सर अनुमंडल में 17 परीक्षा केंद्र और डुमराव अनुमंडल में कुल 15 परीक्षा केंद्र बनाया गया है. जहां 32,000 से अधिक परीक्षार्थी आज तीसरे दिन मैट्रिक के परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. राज्य सरकार और प्रशासन के लाख दावे के बाद भी शिक्षा माफियाओं ने तमाम व्यवस्थाओं को ध्वस्त करते हुए परीक्षा से ढाई घंटे पहले पेपर वायरल कर दिया है. जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है.
18 फरवरी को भी पेपर हुआ था वायरल
मैट्रिक परीक्षा के दूसरे दिन भी 18 फरवरी को मैथ का पेपर वायरल होने की सूचना मिलने के बाद पूरे दिन प्रशासनिक अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा. देर शाम तक मीडिया के माध्यम से पूछे जाने के बाद अधिकारियों ने फर्जी पेपर वायरल होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ लिया था.
अधिकारियों ने साधी चुप्पी
वायरल हो रहे सोशल साइंस के पेपर को लेकर जब ईटीवी की टीम ने एसडीएम केके उपाध्याय से बात की तो उन्होंने इस तरह की कोई जानकारी नहीं होने की बात कही. इसके साथ ही वायरल होने की सूचना मिलने की जानकारी प्राप्त करने के बाद सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिया.
ये भी पढ़ें: 5 माह पहले घर से निकाला, जिंदगी से निकालने के लिए शौहर ने भुवनेश्वर से फोन पर दिया तीन तलाक
पेपर वायरल होने का किया था दावा
18 फरवरी को ही शिक्षा जगत से जुड़े एक व्यक्ति ने यह दावा करते हुए कहा था कि बिहार में सब कुछ संभव है. 19 फरवरी को भी पेपर वायरल होगा. 1 पेपर पर एक छात्र से 500 रुपये लिया जा रहा है. उस छात्रों के मोबाइल पर पेपर उपलब्ध कराया जा रहा है. हालांकि उसके दावें के अनुसार सुबह 7 बजे ही पेपर छात्रों के मोबाइल पर आना शुरू हो गया.
नोट: ईटीवी भारत वायरल हो रहे सोशल साइंस के पेपर की सत्ययता की पुष्टि नहीं करता है.