बक्सर: आस्था का पर्व छठ पूजा आरंभ हो चुका है. आज भगवान भास्कर को पहला अर्घ्य अर्पित किया जाएगा. वहीं, रविवार की सुबह उदीयमान सूर्य को दूसरा अर्घ्य देकर इस पावन त्योहार का समापन होगा. घाटों की साफ-सफाई, प्रकाश की व्यवस्था से लेकर व्रतियों की सुविधाओं को लेकर युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही है. ऐसे में जिले सदर विधायक संजय तिवारी घाटों का जायजा लेने पहुंचे. इस दौरान विघायक ने छठ घाटों पर कुव्यवस्था को लेकर अपनी नाराजगी जाहीर की.
'छठ व्रतियों को नहीं हो कोई परेशानी'
सदर विधायक नाव पर सवार होकर पूरे घाटों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की तैयारी नाकाफी है. नगर परिषद ने भी घाट पर काम के नाम पर सिर्फ खानापुर्ती की है. उन्होंने बताया कि छठ का पहला अर्घ्य होने वाला है. इसलिए नगर परिषद घाटों को सुव्यवस्थित करे. किसी भी हालात में छठ व्रतियों को कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए.
छठ की पौराणिक कथा
बताया जाता है कि गंगा ने एक छह स्कंद वाले पुत्र को जन्म दिया. उसके बाद गंगा ने उसे सरकंडा के वन में छोड़ दिया. उस वन में छह कृतिकाएं रहती थीं, उन्होंने बालक का पालन-पोषण की. ये कृतिकाएं षष्टी माता कहलाई. इन्हीं कृतिकाओं के नाम पर कार्तिक मास का नाम पड़ा. कृतिकाओं को गंगा के पुत्र षष्टी तिथि को मिला था. इसलिए इस व्रत में छठी मईया का जिक्र आता है.
प्रदेश का सबसे बड़ा पर्व है छठ
बता दें कि पूरे प्रदेश में लोक आस्था का पर्व धूमधाम से मनाई जाती है. हिन्दू धर्म में इसे सबसे बड़ा पर्व माना जाता है. इसमें व्रती चार दिनों को व्रत रहते हैं. वहीं, मिथिला पांचांग के अनुसार इस बार षष्ठी को अपराह्न 5:30 में सूर्यास्त होगा. उसके पहले सायंकालीन अर्घ्य दे देना है. जबकि सप्तमी को पूर्वाह्न 6:32 में सूर्योदय होगा. उसी समय प्रातःकालीन अर्घ्य देना है.