बक्सर: बिहार में कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. लगातार संक्रमित मरीजों के मिलने से हाहाकार मचा हुआ है. हर दिन लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. इसी बीच जिले से राहत भरी खबर सामने आयी है. जहां संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से गिरावट आयी है.
पहली बार संक्रमित मरीजों से ज्यादा 1 दिन में लोग रिकवर हुए है. अलग-अलग अस्पताल से कई लोग लगातार स्वस्थ्य होकर घर जा रहे हैं. इसी कड़ी में जिले के बक्सर सदर अस्पताल में बने कोविड -19 केयर सेंटर एवं विश्वामित्र हॉस्पिटल से कई दर्जनों लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं. जिससे स्वास्थ्यकर्मियों के हौसले भी बुलंद दिखाई दे रहे हैं.
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क्या कहते हैं कोरोना को मात देने वाले मरीज
शहर के विश्वामित्र हॉस्पिटल से कोरोना को मात देकर घर जा रहे मोहम्मद अहमद ने बताया कि चिकित्सकों एवं स्वास्थ्यकर्मियो के बदौलत आज नया जीवनदान मिला है. इस अस्पताल के चिकित्सकों के साथ-साथ अन्य स्वास्थ्यकर्मी मरीजों की जान बचाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं. दवा की कमी होने के बाद भी दूसरे प्रदेश से कोरोना की दवा मंगाकर, पूरे लगन के साथ जो सेवा की है, उसके लिए जीवन भर आभारी रहूंगा.
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गंभीर मरीजभी दे रहे कोरोना को मात
अस्पताल से स्वस्थ होकर घर जा रहे मरीजों को देख चिकित्सक समेत अस्पताल के सभी कर्मी काफी खुश दिखाई दिए. इस दौरान विश्वामित्र हॉस्पिटल के चिकित्सक डॉ राजीव कुमार झा ने बताया कि इस बार काफी गंभीर स्थिति में मरीज अस्पताल आ रहे हैं और वह कोरोना को मात देकर घर भी जा रहे हैं. जिसको लेकर काफी खुशी है.
'इसबार अस्पताल आने वाले मरीज में कोरोना संक्रमण के तीन स्टेज देखने को मिल रहे हैं. पहले स्टेज में मरीज का 20 से 25% फेफड़ा संक्रमित रह रहा है. जिसे दवा देकर घर पर ही क्वारंटीन रहने की सलाह दी जा रही है और लोग तेजी से रिकवर भी हो रहे हैं. जबकि दूसरे स्टेज के मरीज का फेफड़ा 70% तक संक्रमित रह रहा है. जिनको अस्पताल की जरूरत है और वह भी इलाज के बाद कोरोना को मात देकर घर जा रहे हैं. तीसरे स्टेज में मरीज का 70% से अधिक फेफड़ा संक्रमित रह रहा है, जिनको बचा लेना एक चमत्कार के जैसा लगता है. सभी लोगों से अपील है कि उन्हें अगर कोरोना के लक्षण दिखे तो वह अपने फेफड़े का सिटी स्कैन कराकर जरूर चिकित्सकों से सलाह लें'.- डॉ राजीव कुमार झा, चिकित्सक
हिम्मत ना हारें मरीज
वहीं, संक्रमित मरीजों का हौसला बढ़ाते हुए डॉ राजीव कुमार झा ने कहा कि संक्रमण के लक्षण दिखाई देने के बाद मरीज हिम्मत ना हारें क्योंकि इस वैश्विक महामारी के इलाज की दवा उपलब्ध है. सरकार से आग्रह है कि दवा की उपलब्धता में और बढ़ोतरी करें, जिससे इलाज के दौरान दवा के लिए भटकना ना पड़े और शत-प्रतिशत लोग स्वस्थ होकर घर जा सकें. इस बार कई ऐसे मरीज मिले जिनका एनटीपीसीआर में रिपोर्ट नेगेटिव आया है और जब सिटी स्कैन किया गया तो वह व्यक्ति संक्रमित था. इसलिए कोरोना का लक्षण दिखे तो लोग सिटी स्कैन कराकर भी फेफड़े की स्थिति को जान सकते हैं.
प्रतिदिन फेफड़े का करें एक्सरसाइज
यदि कल से ही जिलेवासी अपने घरों में ही प्रतिदिन फेफड़े का एक्सरसाइज करने के साथ ही गुड़, हल्दी, काली मिर्च, अदरख, दालचीनी का काढा बनाकर और दूध में हल्दी डालकर पीना शुरू कर दें. इससे किसी व्यक्ति को भी अस्पताल आने की जरूरत ही नहीं पड़ेगी और लोग खुद के शरीर का डॉक्टर बन जाएंगे.
गौरतलब है कि जिले में 1 मार्च से अब तक 79 हजार 299 लोगों का कोरोना का टेस्ट किया गया है. जिसमें से 78191 रिपोर्ट जिला प्रशासन को प्राप्त हो चुका है. 2697 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. जबकि 75 हजार 494 व्यक्तियों का रिपोर्ट नेगेटिव आया है. 1144 लोग स्वस्थ होकर अब तक घर जा चुके हैं. जबकि 1507 लोगों का इलाज चल रहा है. जिले में अब तक 46 लोगों की मौत हो चुकी है. संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए 368 कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं. पिछले 24 घंटे में 109 लोग संक्रमित पाए गए हैं. जबकि 189 लोग स्वस्थ होकर अलग-अलग अस्पताल से स्वस्थ होकर घर वापस आए हैं.