बक्सर: केंद्र सरकार की ओर से पारित कृषि बिल को लेकर दिनों-दिन विरोध बढ़ता ही जा रहा है. ये विरोध दिल्ली के आसपास से शुरू हुआ था. लेकिन अब देश के कई हिस्सों तक पहुंच गया है. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन 26 दिनों से जारी है.
किसानों के इस आंदोलन की वजह से बीजेपी किसानों को अपने पक्ष में लेने के लिए जिला और विधानसभा क्षेत्र स्तर पर किसान सम्मेलन का लगातार आयोजन कर रही है. वहीं, विपक्ष भी काफी कड़े रूख अख्तियार कर लिया है. विपक्षी नेता भी अब जिला स्तर पर आंदोलन और धरना प्रदर्शन करने की तैयारी में लग गए हैं.
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बक्सर में धरना प्रदर्शन की तैयारी
इसी कड़ी में बक्सर में भी धरना प्रदर्शन की तैयारी की जा रही है. इसको लेकर बक्सर के सदर विधायक संजय कुमार तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने कहा कि 22 दिसंबर को बक्सर के ऐतिहासिक किला मैदान स्थित रामलीला मंच पर कांग्रेस के नेतृत्व में महागठबंधन के लोग धरना देंगे और कल ही यह तय होगा कि अगर केंद्र सरकार कृषि बिल वापस नहीं लेती है तो आगे किस तरह की रणनीति अपनाई जाएगी. इतना ही नहीं कांग्रेस अब बिल्कुल आक्रामक रुख अख्तियार कर लेना चाहती है. यही वजह है कि जिले में अब धान अधिप्राप्ति का मुद्दा भी अब गरमाने लगा है. धान अधिप्राप्ति में हो रही देरी के कारण किसानों में असंतोष बढ़ता जा रहा है.
आंदोलन की चेतावनी
इस मामले को लेकर राजपुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक विश्वनाथ राम बक्सर के जिलाधिकारी अमन समीर से मिले. उन्होंने कई मुद्दों पर डीएम से बातचीत की. वहीं, विधायक का कहना है कि अगर 10 दिनों के अंदर किसानों के धान नहीं खरीदे गए तो जिला में आंदोलन किया जाएगा.