बक्सर: बिहार के बक्सर जेल से कैदी के भागने से जेल अधिकारियों में (prisoner absconded from buxar jail) हड़कंप मचा हुआ है.आनन-फानन में पहले तो अपने स्तर से कैदी की तलाश की गई, लेकिन जब कैदी का कोई अता-पता नहीं चला तो मामले में नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई. अब पुलिस फरार कैदी की तलाश कर रही है. कैदी मानसिक रूप से अवसाद में होने की बात कही जा रही है. वह हत्या के जुर्म में आजीवन कारावास सजा काट रहा था.
ये भी पढ़ें : Buxar Crime News: बक्सर में चना का पौधा उखाड़ने पर बुजुर्ग को मारी गोली, गंभीर हालत में बनारस रेफर
हत्या के जुर्म में काट रहा था सजा: ओपन जेल में सजावार बंदी के रूप में सजा भुगत रहे सिवान के चटेया गांव निवासी परमानंद पांडेय के 52 वर्षीय पुत्र सतीश पांडेय को बक्सर के मुक्त कारागार में रखा गया था. नियमानुसार बुधवार को भी वह काम करने के लिए जेल से बाहर गए थे, लेकिन फिर वापस नहीं लौटे. शाम को जब कैदियों कि गिनती होने लगी तो पता चला कि वह जेल में नहीं लौटा है.
क्या है मुक्त कारागार : मुक्त कारागार में कैदियों को तब रखा जाता है जो वह अपनी सजा कि ज्यादातर अवधि गुजार चुके होते हैं. उनका व्यवहार बेहतर होता है. ऐसे कैदी जेल से बाहर जाकर दिन में कोई कामकाज भी कर सकते हैं. यहां वह आपने परिवार वालों के साथ भी रह सकते हैं. हालांकि सतीश पांडे के परिवार के लोग उनके साथ नहीं थे. आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक भागे हुए कैदी एक संभ्रांत परिवार से आते हैं. उनके पुत्र एवं पुत्री इंजीनियरिंग एवं डाक्टरी की पढ़ाई करते हैं.
"कारागार में सजा भुगत रहे सतीश पांडे नामक कैदी हर दिन की भांति काम के लिए जेल से बाहर गए थे. लेकिन देर रात तक वापस नहीं लौटे तो मामले में नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है." - कुमारी शालिनी, कारा अधीक्षक, मुक्त कारागार, बक्सर
"फरार कैदी की तलाश तेजी से की जा रही है. उम्मीद है कि उसे जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. फिलहाल उसके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है. एक टीम का गठन की गई है जो उसके घर पर भी जाएगी और उसके परिजनों से पूछताछ करेगी. उम्मीद है कि जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. " -दिनेश कुमार मालाकार, थानाध्यक्ष