ETV Bharat / state

बिहारवासियों के बीच पहुंचेगा कोरोना वैक्सीन, प्रखंड स्तर पर तैयारी शुरू

author img

By

Published : Dec 15, 2020, 10:54 PM IST

कोविड-19 वैक्सीन की तैयारी में प्रखंड स्तरीय टीम की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है. जिलाधकारी के निर्देश पर प्रखंडों में टास्क फ़ोर्स की बैठक शुरू हो गई है.

buxar
बैठक

बक्सर: कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने कवायद शुरू कर दी है. इस क्रम में प्रखंड स्तर पर भी तैयारियां शुरू हो गई हैं. केसठ प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टास्क फोर्स की बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता बीडीओ प्रभात रंजन ने की. इस दौरान उन्होंने परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी निर्देशों पर चर्चा की.

बीडीओ ने बताया कि वैक्सीन उपलब्ध होने पर प्रथम चरण में सरकारी और गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में कार्यरत कर्मी, आईसीडीएस सेवाओं से जुड़े कर्मियों को कोरोना का टीका लगाया जायेगा. जिसमें प्रखंड स्तरीय विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. किसी भी स्तर से कोई गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं, वैक्सीन की पूरी प्रक्रिया में सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा ताकि किसी भी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो सके.

टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का डेटाबेस हो रहा तैयार

इस बैठक में उपस्थित एमओआईसी डॉ. चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार से जारी दिशा निर्देश के आलोक में कोविड-19 टीकाकरण के प्रथम चरण में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े फ्रंटलाइन कर्मियों को टीकाकरण किया जाना है. अतः स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी कर्मियों में आशा, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका, सफाई कर्मी, सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्रों के कर्मियों इत्यादि का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है. साथ ही जिला और प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े निजी स्वास्थ्य क्षेत्र के चिकित्सक, ग्रामीण चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को टीकारकरण भी प्रथम चरण में ही किया जाना है. इस डेटाबेस को भारत सरकार के पोर्टल पर भी अपलोड करने का कार्य निष्पादित किया जा रहा है.

निजी क्षेत्र के स्वास्थ्यकर्मी और मेडिकल प्रैक्टिसनर का प्रथम चरण में होगा टीकाकरण

दिशा निर्देश के अनुसार, प्रथम चरण में कोरोना का टीका सभी सरकारी और निजी चिकित्सा कर्मी को उपलब्ध कराया जायेगा. फिर चाहे वो इन संस्थानों के वाहन चालक हों, एंबुलेंस चालक हों या किसी भी तरह के सेवाओं से जुड़े हों. इसी तरह आईसीडीएस, सीडीपीओ कार्यालय सहित आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं को भी प्रथम चरण में टीकाकरण किये जाने की योजना है.

इतना ही नहीं, गांव में अपना निजी क्लिनिक का संचालन करने वाले प्रैक्टिसनर, आयुर्वेद, होम्योपैथी, युनानी पद्धति से उपचार करने वाले चिकित्सक तक को इसमें शामिल किया जाना है. इसलिए ऐसे चिकित्सा संस्थान का संचालन करने वालों को अपने यहां कार्यरत कर्मियों का डेटा उपलब्ध कराना जरूरी है. वैसे क्लिनिक जो क्लिनिकल एस्टेबलिशमेंट एक्ट के तहत निबंधित नहीं हैं. उन्हें भी अपने यहां कार्यरत कर्मियों का डेटा संबंधित लिंक पर अपलोड कराना जरूरी है ताकि, उन्हें टीकाकरण के दायरे में शामिल किया जा सके.

कोविड-19 को देखते हुए विशेष सावधानी बरतें-

  • फेस मास्क का करें हमेशा उपयोग और सैनिटाइजर का करते रहें प्रयोग
  • भीड़ भाड़ वाले स्थानों से दूरी बनाए रखें, हाथ मिलाने से बचें
  • नाक और मुंह ढक कर रखें और अपने हाथों को बार-बार धोते रहें
  • आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें
  • बाहर जाने से बचें, खांसते और छींकते समय अपने नाक और मुंह को रुमाल से ढकें.

बक्सर: कोरोना से बचाव के लिए टीकाकरण को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग ने कवायद शुरू कर दी है. इस क्रम में प्रखंड स्तर पर भी तैयारियां शुरू हो गई हैं. केसठ प्रखंड मुख्यालय स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में टास्क फोर्स की बैठक हुई. जिसकी अध्यक्षता बीडीओ प्रभात रंजन ने की. इस दौरान उन्होंने परिवार एवं स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा जारी निर्देशों पर चर्चा की.

बीडीओ ने बताया कि वैक्सीन उपलब्ध होने पर प्रथम चरण में सरकारी और गैर सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं में कार्यरत कर्मी, आईसीडीएस सेवाओं से जुड़े कर्मियों को कोरोना का टीका लगाया जायेगा. जिसमें प्रखंड स्तरीय विभागों की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी. किसी भी स्तर से कोई गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. वहीं, वैक्सीन की पूरी प्रक्रिया में सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा ताकि किसी भी प्रकार की बाधा न उत्पन्न हो सके.

टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों का डेटाबेस हो रहा तैयार

इस बैठक में उपस्थित एमओआईसी डॉ. चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार से जारी दिशा निर्देश के आलोक में कोविड-19 टीकाकरण के प्रथम चरण में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े फ्रंटलाइन कर्मियों को टीकाकरण किया जाना है. अतः स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी कर्मियों में आशा, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका, सफाई कर्मी, सरकारी अस्पताल और स्वास्थ्य केन्द्रों के कर्मियों इत्यादि का डेटाबेस तैयार किया जा रहा है. साथ ही जिला और प्रखंड स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े निजी स्वास्थ्य क्षेत्र के चिकित्सक, ग्रामीण चिकित्सकों और स्वास्थ्य कर्मियों को टीकारकरण भी प्रथम चरण में ही किया जाना है. इस डेटाबेस को भारत सरकार के पोर्टल पर भी अपलोड करने का कार्य निष्पादित किया जा रहा है.

निजी क्षेत्र के स्वास्थ्यकर्मी और मेडिकल प्रैक्टिसनर का प्रथम चरण में होगा टीकाकरण

दिशा निर्देश के अनुसार, प्रथम चरण में कोरोना का टीका सभी सरकारी और निजी चिकित्सा कर्मी को उपलब्ध कराया जायेगा. फिर चाहे वो इन संस्थानों के वाहन चालक हों, एंबुलेंस चालक हों या किसी भी तरह के सेवाओं से जुड़े हों. इसी तरह आईसीडीएस, सीडीपीओ कार्यालय सहित आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं को भी प्रथम चरण में टीकाकरण किये जाने की योजना है.

इतना ही नहीं, गांव में अपना निजी क्लिनिक का संचालन करने वाले प्रैक्टिसनर, आयुर्वेद, होम्योपैथी, युनानी पद्धति से उपचार करने वाले चिकित्सक तक को इसमें शामिल किया जाना है. इसलिए ऐसे चिकित्सा संस्थान का संचालन करने वालों को अपने यहां कार्यरत कर्मियों का डेटा उपलब्ध कराना जरूरी है. वैसे क्लिनिक जो क्लिनिकल एस्टेबलिशमेंट एक्ट के तहत निबंधित नहीं हैं. उन्हें भी अपने यहां कार्यरत कर्मियों का डेटा संबंधित लिंक पर अपलोड कराना जरूरी है ताकि, उन्हें टीकाकरण के दायरे में शामिल किया जा सके.

कोविड-19 को देखते हुए विशेष सावधानी बरतें-

  • फेस मास्क का करें हमेशा उपयोग और सैनिटाइजर का करते रहें प्रयोग
  • भीड़ भाड़ वाले स्थानों से दूरी बनाए रखें, हाथ मिलाने से बचें
  • नाक और मुंह ढक कर रखें और अपने हाथों को बार-बार धोते रहें
  • आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें
  • बाहर जाने से बचें, खांसते और छींकते समय अपने नाक और मुंह को रुमाल से ढकें.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.