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बक्सर: ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र का हाल बेहाल, 5 साल में नहीं हुए विकास के कोई भी काम - महागठबंधन के उम्मीदवार शंभू यादव

विकास के तेज रफ्तार में आज भी यह विधानसभा क्षेत्र काफी पीछे है. भूमिहार और यादव बहुल इस इलाके में विकास के नाम पर पिछले 5 सालों में कोई काम नहीं हुआ है. हालात ऐसे हैं कि विधायक के घर तक जाने के लिए भी 1990 के दौर वाली सड़कों से गुजरना पड़ता है.

ramhapur constituency of buxar
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Published : Sep 13, 2020, 5:20 PM IST

बक्सर: 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी नेता पूरे दमखम के साथ चुनावी तैयारी में जुट गए है. नेता लगतार अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. इन सबके बीच विकास से कोसो दूर जिले के ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता बीते 5 सालों का हिसाब मांगने को तैयार है.

Bramhapur constituency of buxar
गुजरता राहगीर

ब्रह्मपुर विधानसभा का हाल बेहाल
जिला के ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओ की संख्या 3 लाख 32 हजार है. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में यहां लगभग 58 प्रतिशत मतदान हुआ. जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में 52.97 फीसदी वोट पड़े. पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 77 हजार 665 है. महिला मतदाताओ की संख्या 1 लाख 53 हजार 995 है. जबकि 1 ट्रांसजेंडर मतदाता है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

2015 में किसको मिली जीत
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवार शंभू यादव को जीत हासिल हुई. शंभू लालू प्रसाद यादव के सबसे करीबी माने जाते हैं. तत्कालीन एनडीए उम्मीदवार विवेक ठाकुर दूसरे स्थान पर रहे. शंभू यादव को लगभग 93 हजार वोट मिले जबकि विवेक ठाकुर को 62 हजार मत प्राप्त हुआ.

विकास में सबसे पीछे है यह विधानसभा क्षेत्र
विकास के तेज रफ्तार में आज भी यह विधानसभा क्षेत्र काफी पीछे है. भूमिहार और यादव बहुल इस इलाके में विकास के नाम पर पिछले 5 सालों में कोई काम नहीं हुआ है. हालात ऐसे हैं कि विधायक के घर तक जाने के लिए भी 1990 के दौर वाली सड़कों से गुजरना पड़ता है.

Bramhapur constituency of buxar
कीचड़ से सने रास्ते से गुजरता बाइक सवार

आवागमन के लिए अबतक नहीं बनी सड़क
इलाके में 2 दर्जन से अधिक ऐसे गांव है, जहां आजादी के बाद से अब तक आवागमन के लिए सड़क बनी ही नहीं है. एक तरफ जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का लक्ष्य रखा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के विधायक क्षेत्र की जनता से किया हुआ एक भी वादा पूरा नही कर पाए है.

इस बार एक दर्जन है दावेदार
इस बार इस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले नेताओं की लिस्ट काफी लंबी है. एक तरफ जहां महागठबंधन के विधायक शंभू यादव ,वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के नेता संतोष रंजन, सत्येंद्र कुंवर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि देवी, लोजपा नेता हुलास पांडे. जाप के जिलाध्यक्ष परमानंद यादव, समेत कई दावेदार पहले से ही मैदान में उतरने के लिए तैयार बैठे हैं.

Bramhapur constituency of buxar
सड़क पर ग्रामीण

क्या कहते है स्थानीय
स्थानीय लोगों ने बताया कि विकास के नाम पर इस विधानसभा क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ. लोगों का आरोप है कि विधायक ने शादी समारोह में भोजन का स्वाद लेने के सिवा कोई काम नहीं किया है. हालात ऐसे हैं कि कई गांवों में यातायात का कोई साधन तक नहीं है.

मिलने से विधायक का इंकार
ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार गुहार लगाने के बाद भी विधायक सीधे कहते हैं कि सारा पैसा क्षेत्र में ही लगा दूंगा तो चुनाव कैसे लड़ूंगा. इसी कारण इस बार हम भी समस्याओं की सूची लेकर बैठे है. क्षेत्र की जनता की समस्या को लेकर जब हमने विधायक शंभु यादव से संपर्क करने की कोशिश की तो विधायक ने मिलने से इंकार कर दिया.

Bramhapur constituency of buxar
ब्रह्मपुर में सरकारी स्कूल

'लालू प्रसाद यादव के नाम पर वोट देते हैं लोग'
विधायक का तर्क था कि लोग सीधा मुझे नहीं बल्कि लालू प्रसाद यादव के नाम पर वोट देते है. गौरतलब है कि पिछले 5 वर्षों में विधायक शंभू यादव कई मामले को लेकर सुर्खियों में रहे है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक महीने पहले ही इनके विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर लोगों को गोलबंद किया है.

बक्सर: 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सभी नेता पूरे दमखम के साथ चुनावी तैयारी में जुट गए है. नेता लगतार अपनी जीत के दावे कर रहे हैं. इन सबके बीच विकास से कोसो दूर जिले के ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता बीते 5 सालों का हिसाब मांगने को तैयार है.

Bramhapur constituency of buxar
गुजरता राहगीर

ब्रह्मपुर विधानसभा का हाल बेहाल
जिला के ब्रह्मपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओ की संख्या 3 लाख 32 हजार है. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में यहां लगभग 58 प्रतिशत मतदान हुआ. जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में 52.97 फीसदी वोट पड़े. पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 77 हजार 665 है. महिला मतदाताओ की संख्या 1 लाख 53 हजार 995 है. जबकि 1 ट्रांसजेंडर मतदाता है.

ईटीवी भारत की रिपोर्ट

2015 में किसको मिली जीत
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवार शंभू यादव को जीत हासिल हुई. शंभू लालू प्रसाद यादव के सबसे करीबी माने जाते हैं. तत्कालीन एनडीए उम्मीदवार विवेक ठाकुर दूसरे स्थान पर रहे. शंभू यादव को लगभग 93 हजार वोट मिले जबकि विवेक ठाकुर को 62 हजार मत प्राप्त हुआ.

विकास में सबसे पीछे है यह विधानसभा क्षेत्र
विकास के तेज रफ्तार में आज भी यह विधानसभा क्षेत्र काफी पीछे है. भूमिहार और यादव बहुल इस इलाके में विकास के नाम पर पिछले 5 सालों में कोई काम नहीं हुआ है. हालात ऐसे हैं कि विधायक के घर तक जाने के लिए भी 1990 के दौर वाली सड़कों से गुजरना पड़ता है.

Bramhapur constituency of buxar
कीचड़ से सने रास्ते से गुजरता बाइक सवार

आवागमन के लिए अबतक नहीं बनी सड़क
इलाके में 2 दर्जन से अधिक ऐसे गांव है, जहां आजादी के बाद से अब तक आवागमन के लिए सड़क बनी ही नहीं है. एक तरफ जहां नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को मुख्यमंत्री बनाने का लक्ष्य रखा जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ उनकी ही पार्टी के विधायक क्षेत्र की जनता से किया हुआ एक भी वादा पूरा नही कर पाए है.

इस बार एक दर्जन है दावेदार
इस बार इस विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने वाले नेताओं की लिस्ट काफी लंबी है. एक तरफ जहां महागठबंधन के विधायक शंभू यादव ,वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी के नेता संतोष रंजन, सत्येंद्र कुंवर, राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष दिलमणि देवी, लोजपा नेता हुलास पांडे. जाप के जिलाध्यक्ष परमानंद यादव, समेत कई दावेदार पहले से ही मैदान में उतरने के लिए तैयार बैठे हैं.

Bramhapur constituency of buxar
सड़क पर ग्रामीण

क्या कहते है स्थानीय
स्थानीय लोगों ने बताया कि विकास के नाम पर इस विधानसभा क्षेत्र में कोई काम नहीं हुआ. लोगों का आरोप है कि विधायक ने शादी समारोह में भोजन का स्वाद लेने के सिवा कोई काम नहीं किया है. हालात ऐसे हैं कि कई गांवों में यातायात का कोई साधन तक नहीं है.

मिलने से विधायक का इंकार
ग्रामीणों का आरोप है कि बार-बार गुहार लगाने के बाद भी विधायक सीधे कहते हैं कि सारा पैसा क्षेत्र में ही लगा दूंगा तो चुनाव कैसे लड़ूंगा. इसी कारण इस बार हम भी समस्याओं की सूची लेकर बैठे है. क्षेत्र की जनता की समस्या को लेकर जब हमने विधायक शंभु यादव से संपर्क करने की कोशिश की तो विधायक ने मिलने से इंकार कर दिया.

Bramhapur constituency of buxar
ब्रह्मपुर में सरकारी स्कूल

'लालू प्रसाद यादव के नाम पर वोट देते हैं लोग'
विधायक का तर्क था कि लोग सीधा मुझे नहीं बल्कि लालू प्रसाद यादव के नाम पर वोट देते है. गौरतलब है कि पिछले 5 वर्षों में विधायक शंभू यादव कई मामले को लेकर सुर्खियों में रहे है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक महीने पहले ही इनके विधानसभा क्षेत्र का दौरा कर लोगों को गोलबंद किया है.

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