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बक्सर में मानवता शर्मसार, सड़क किनारे फेंकी मिली नवजात बच्ची

नर्स ज्योत्सना कुमारी ने बताया कि, अस्पताल में जब बच्ची को लाया गया था. तब उसकी हालत नाजूक थी. लेकिन अब इलाज के बाद उसकी स्थिति में पहले से काफी सुधार है.

सड़क किनारे मिली नवजात शिशु
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Published : Sep 1, 2019, 10:34 AM IST

बक्सर: नारी सशक्तिकरण को लेकर भले ही सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन बेटा-बेटी में फर्क समझने वाले समाज के कुछ लोगों ने इंसानियत को ताक पर रख दिया है. ऐसा ही एक मामला जिले के धनसोई से सामने आया है. जहां सड़क किनारे नवजात बच्ची फेंकी हुई मिली. सड़क से गुजर रहे लोगों ने उसके रोने की आवाजें सुनीं, जिसके बाद मौके पर पहुंच कर लोगों ने देखा तो उनके होश उड़ गए.

चाइल्ड हेल्प लाइन करा रहा इलाज
लोगों ने स्थानीय पुलिस और चाइल्ड हेल्प लाइन को इसकी सूचना दी. जिसके बाद इन दोनों की मदद से नवजात बच्ची को बक्सर सदर अस्पताल के शिशु चिकित्सा वार्ड में भर्ती कराया गया. जिसका इलाज चाइल्ड हेल्प लाइन के अंतर्गत चल रहा है.

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प्रबीन कुमार, चाइल्ड हेल्प लाइन

बच्चे को फेंकना एक अपराध
चाइल्ड हेल्प लाइन के कर्मचारी प्रबीन कुमार ने बताया कि, ऐसी घटना रोज देखने को मिलती है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, ऐसी घटनाएं बढ़ने की वजह है कि सरकार के बनाए गए कानून का पालन नहीं किया जा रहा है. बच्चे को फेंकना एक कानूनन अपराध है.

सड़क किनारे फेंकी मिली नवजात शिशु

जांच में जुटी पुलिस
नर्स ज्योत्सना कुमारी ने बताया कि अस्पताल में जब बच्ची को लाया गया था. तब उसकी हालत नाजुक थी. लेकिन इलाज के बाद उसकी स्थिति में पहले से काफी सुधार है. हांलाकि ऐसी शर्मनाक हरकत करने वाले बच्ची के माता-पिता का पता नहीं चल पाया है. पुलिस उन्हें खोजने के लिए जांच में जुटी हुई है..

बक्सर: नारी सशक्तिकरण को लेकर भले ही सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है, लेकिन बेटा-बेटी में फर्क समझने वाले समाज के कुछ लोगों ने इंसानियत को ताक पर रख दिया है. ऐसा ही एक मामला जिले के धनसोई से सामने आया है. जहां सड़क किनारे नवजात बच्ची फेंकी हुई मिली. सड़क से गुजर रहे लोगों ने उसके रोने की आवाजें सुनीं, जिसके बाद मौके पर पहुंच कर लोगों ने देखा तो उनके होश उड़ गए.

चाइल्ड हेल्प लाइन करा रहा इलाज
लोगों ने स्थानीय पुलिस और चाइल्ड हेल्प लाइन को इसकी सूचना दी. जिसके बाद इन दोनों की मदद से नवजात बच्ची को बक्सर सदर अस्पताल के शिशु चिकित्सा वार्ड में भर्ती कराया गया. जिसका इलाज चाइल्ड हेल्प लाइन के अंतर्गत चल रहा है.

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प्रबीन कुमार, चाइल्ड हेल्प लाइन

बच्चे को फेंकना एक अपराध
चाइल्ड हेल्प लाइन के कर्मचारी प्रबीन कुमार ने बताया कि, ऐसी घटना रोज देखने को मिलती है. साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, ऐसी घटनाएं बढ़ने की वजह है कि सरकार के बनाए गए कानून का पालन नहीं किया जा रहा है. बच्चे को फेंकना एक कानूनन अपराध है.

सड़क किनारे फेंकी मिली नवजात शिशु

जांच में जुटी पुलिस
नर्स ज्योत्सना कुमारी ने बताया कि अस्पताल में जब बच्ची को लाया गया था. तब उसकी हालत नाजुक थी. लेकिन इलाज के बाद उसकी स्थिति में पहले से काफी सुधार है. हांलाकि ऐसी शर्मनाक हरकत करने वाले बच्ची के माता-पिता का पता नहीं चल पाया है. पुलिस उन्हें खोजने के लिए जांच में जुटी हुई है..

Intro:एक तरफ तो हम रोज नित्य नयेविकास के आयाम छू रहें हैं वहीं दूसरी तरफ हमारा भाव जगत खोखला होता जा रहा है। जो सोच ,समझ और भावना हम मनुष्यों को संसार के अन्य जीवों से उत्कृष्ट बनाया वहीं हम खोते जा रहे हैं।अभी ताजा मामला हम आपको बक्सर की बताते हैं जहाँ लगातार नवजात शिशु झाड़ियों या सड़क के किनारे फेंके मिल रहें हैं।


Body:अभी आज के वाकये की बात करें तो बक्सर के धनसोई में एक नवजात शिशु के रोने के आवाज पर स्थानीय लोगों का ध्यान आकृष्ट हुआ ।जाकर देखा गया तो सभी के होश उड़ गए ,एक बिल्कुल नवजात शिशु झाड़ी में फेंकी हुई थी । लोग उठा कर लाये और पुलिस को सुचना दी गई ।चाइल्ड हेल्प लाइन को बताया गया ।चाइल्ड हेल्प लाइन की मदद से उसे बक्सर सदर अस्पताल स्थित शिशु गहन चिकित्सा वार्ड में रखा गया है ,जहाँ उसकी हालत अब ठीक है ।चाइल्ड लाइन की माने तो यह कोई पहली ग
घटना नही है ,कल भी एक नवजात शिशु फेंकी हुई पाई गई

बाइट प्रबीन कुमार चाइल्ड हेल्प लाइन बक्सर
बाइट ज्योत्सना कुमारी प्रभारी नर्स


Conclusion:एक तरफ जहां लाखो खर्च कर कोई संतान प्राप्ति करना चाहता है वही कोई ऐसे ही सड़क किनारे फेंक कर चला जा रहा है ।मजबूरी चाहे जो हो लेकिन यह कृत्य मानवीय नहीं कहा जा सकता।
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