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बिहार को केंद्र से मिली 'ब्लैक फंगस' की दवा, 1460 वायल दवा की सप्लाई - Black fungus injections

ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए केंद्र सरकार ने लिपोसोमल एंफोटेरिसीन- बी’ इंजेक्शन के 1460 वॉयल बिहार को दिया. बता दें कि बिहार में कोरोना के बाद अब ब्लैक फंगस का कहर जारी है.

अश्विनी कुमार चौबे
अश्विनी कुमार चौबे
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Published : May 28, 2021, 9:40 PM IST

बक्सर: बिहार में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए सरकार ने लिपोसोमल एंफोटेरिसीन- बी’ इंजेक्शन के 1460 वॉयल विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों को मुहैया कराए हैं. यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार और कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दी है. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र सरकार अत्यंत गंभीर है और और राज्यों का हर तरीके से मदद कर रही है. इसी क्रम में आज बिहार को ब्लैक फंगस की दवा लीपोसोमल एंफोटेरीसीन-बी इंजेक्शन, एंबिसोम का 1460 वायल आवंटित किया गया है.

केंद्रीय मंत्री चौबे ने कहा कि दवा की उपलब्धता और राज्यों की जरूरत के अनुसार लगातार आवंटन किया जा रहा है. इसी क्रम में आज लीपोसोमल एंफोटेरीसीन बी-एंबिसोम इंजेक्शन का कुल 80000 वायल का आवंटन विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए किया गया, जिसमें 1460 वॉयल का आवंटन बिहार के लिए हुआ. ब्लैक फंगस के बढ़ते खतरे को को देखते हुए मैंने प्रभावित मुख्य राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से इसे महामारी घोषित करने का आग्रह किया था जिसके उपरांत 7 राज्यों ने अपने यहां इसको महामारी घोषित कर दिया है.

क्या कहते हैं अश्विनी कुमार चौबे
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि बिहार में भी ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले को देखते हुए पटना एम्स में पहले 20 बेड का ब्लैक फंगस वार्ड बनाया गया था, जिसको बढ़ाकर अब 40 बेड का किया जा रहा है, हालांकि ब्लैक फंगस वार्ड के अलावे कोरोना वार्ड में भी इसका इलाज किया जा रहा है. राज्य सरकार ने अन्य अस्पतालों में भी इसके इलाज की व्यवस्था कर रही है.

ये भी पढ़ें: 4 के चक्कर में फंसे चौबे जी! 4 बार उद्घाटन के बाद भी BS-4 मॉडल एंबुलेंस के रजिस्ट्रेशन पर पेंच

केंद्रीय राज्यमंत्री ने लोगों को बेवजह ज्यादा परेशान होने से बचने और इसके समुचित इलाज के लिए केंद्र और राज्य सरकार के अस्पतालों में इलाज करवाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस का इलाज संभव है और हमारे अस्पतालों में उपलब्ध है. इसके लक्षण को देखते ही आप तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए संपर्क करें. केंद्र और राज्य सरकार आम लोगों के इलाज के लिए सभी प्रकार से तत्पर है.

बक्सर: बिहार में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए सरकार ने लिपोसोमल एंफोटेरिसीन- बी’ इंजेक्शन के 1460 वॉयल विभिन्न सरकारी और निजी अस्पतालों को मुहैया कराए हैं. यह जानकारी केंद्रीय स्वास्थ्य परिवार और कल्याण राज्यमंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दी है. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस को लेकर केंद्र सरकार अत्यंत गंभीर है और और राज्यों का हर तरीके से मदद कर रही है. इसी क्रम में आज बिहार को ब्लैक फंगस की दवा लीपोसोमल एंफोटेरीसीन-बी इंजेक्शन, एंबिसोम का 1460 वायल आवंटित किया गया है.

केंद्रीय मंत्री चौबे ने कहा कि दवा की उपलब्धता और राज्यों की जरूरत के अनुसार लगातार आवंटन किया जा रहा है. इसी क्रम में आज लीपोसोमल एंफोटेरीसीन बी-एंबिसोम इंजेक्शन का कुल 80000 वायल का आवंटन विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए किया गया, जिसमें 1460 वॉयल का आवंटन बिहार के लिए हुआ. ब्लैक फंगस के बढ़ते खतरे को को देखते हुए मैंने प्रभावित मुख्य राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों से इसे महामारी घोषित करने का आग्रह किया था जिसके उपरांत 7 राज्यों ने अपने यहां इसको महामारी घोषित कर दिया है.

क्या कहते हैं अश्विनी कुमार चौबे
अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि बिहार में भी ब्लैक फंगस के बढ़ते मामले को देखते हुए पटना एम्स में पहले 20 बेड का ब्लैक फंगस वार्ड बनाया गया था, जिसको बढ़ाकर अब 40 बेड का किया जा रहा है, हालांकि ब्लैक फंगस वार्ड के अलावे कोरोना वार्ड में भी इसका इलाज किया जा रहा है. राज्य सरकार ने अन्य अस्पतालों में भी इसके इलाज की व्यवस्था कर रही है.

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केंद्रीय राज्यमंत्री ने लोगों को बेवजह ज्यादा परेशान होने से बचने और इसके समुचित इलाज के लिए केंद्र और राज्य सरकार के अस्पतालों में इलाज करवाने की सलाह दी. उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस का इलाज संभव है और हमारे अस्पतालों में उपलब्ध है. इसके लक्षण को देखते ही आप तुरंत अस्पताल में इलाज के लिए संपर्क करें. केंद्र और राज्य सरकार आम लोगों के इलाज के लिए सभी प्रकार से तत्पर है.

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