बक्सर: बिहार विधानसभा चुनाव 2020 में जिले के चारों विधानसभा सीट पर मिली करारी हार के 3 महीने बाद जदयू नेताओं नींद टूटी है. कई खेमों में बांट चुके पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं को एक मंच पर लाने के लिए नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष संतोष कुमार निराला के नेतृत्व में बैठक बुलाई गई है.
कार्यकर्ताओं ने निकाला भड़ास
बता दें कि घंटों चले इस बैठक में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने अपना भड़ास निकाला. कार्यकर्ताओं ने कहा कि पूरे साल जमीन पर काम करने वाले कार्यकर्ताओं का भी लोग नहीं सुनते हैं. जिसके कारण प्रदेश के 8 जिले में पार्टी नेताओं को अपना औकात पता चल गया है.
नेताओं पर लगाए कई आरोप
कार्यकर्ताओं ने पार्टी के शीर्ष नेताओं पर कई गंभीर आरोप लगाया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि पूरे साल पार्टी की मजबूती के लिए खून-पसीना एक कर दिन-रात मेहनत करने वाले कार्यकर्ता जब किसी नेता को विधानसभा में भेजकर उन्हें मंत्री या सांसद विधायक बना देते हैं. उसके बाद वही मंत्री और सांसद उन कार्यकर्ताओं की बात सुनना तो बहुत दूर की बात मिलने जाने पर भी उनसे मिलना पसंद नहीं करते हैं. जबकि कार्यकर्ताओं के बिना उनकी कोई औकात नहीं होती है. हालांकि इस दौरान कार्यकर्ताओं ने बैठक में पहुंचे सभी नेताओं की बोलती बंद कर दी. इसके साथ ही सभी ने चुप्पी साध लिया.
इसे भी पढ़ें: वैशाली में एक साथ 8 हजार मुर्गों की मौत, बर्ड फ्लू की आशंका से सहमे लोग
यह एक औपचारिक बैठक थी. विधानसभा चुनाव के बाद पहली बार यह बैठक हुई है. जिसमें कई बिंदुओं पर चर्चा हुई है. मैं पहले भी जिलाध्यक्ष रह चुका हूं. पार्टी के कार्यकर्ताओं को एक मंच पर लाना कोई बड़ी चुनौती नहीं है. शीर्षनेतृत्व ने जो जिम्मेवारी देकर भेजा है उसे बखूबी निभाऊंगा. इसके साथ ही डुमरांव और राजपुर विधानसभा में भी बैठक कर कार्यकर्ताओ की बात सुनूंगा. -संतोष निराला, जिलाध्यक्ष जदयू