बक्सर: प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर भारतीय जनता पार्टी और जदयू नेताओं में चल रहे खींचतान के बीच, सदर कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी ने दावा करते हुए कहा था कि जदयू के 20 विधायक महागठबंधन के नेताओं के संपर्क में हैं. वह कभी भी पार्टी को छोड़कर महागठबंधन में शामिल हो सकते हैं. कांग्रेस विधायक के इस बयान के बाद पार्टी की किरकिरी होता देख जदयू के मुख्य जिला प्रवक्ता अशोक कुमार सिंह ने सफाई देते हुए कांग्रेस विधायक के इस दावे को बेबुनियाद बताया है.
एकजुट हैं जदयू के विधायक
कांग्रेस विधायक के इस दावे को लेकर 3 दिनों तक चुप्पी साधने के बाद जिला मुख्य प्रवक्ता अशोक कुमार सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि जदयू के विधायक एकजुट हैं. मीडिया की सुर्खियों में बने रहने के लिए कांग्रेस विधायक के द्वारा इस तरह का बयान दिया गया है.
"सभी लोग इस बात को जानते हैं कि जिस महागठबंधन में जदयू विधायकों का जाने का दावा किया गया है, उस महागठबंधन का ना तो कोई नीति है और ना ही सिद्धांत है. दूसरे पार्टी के विधायक नीतीश कुमार के नीतियों से प्रभावित होकर जदयू में शामिल हो रहे हैं, तो ऐसे में जदयू विधायकों का दूसरे दल में जाने का कोई सवाल ही नहीं उठता"- अशोक कुमार सिंह, जदयू नेता
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मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर खींचतान
वहीं, जिला अतिथि गृह के बंद कमरे में जदयू एमएलसी संजीव श्याम और कांग्रेस विधायक संजय तिवारी उर्फ मुन्ना तिवारी के बीच हुए मुलाकात को लेकर उन्होंने कहा कि दो पार्टी के लोग आपस में मिलते-जुलते रहते हैं. इसका मतलब यह नहीं है कि वह अपना दल छोड़कर दूसरे दल में शामिल हो जाएंगे.
बता दें कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर तीन महीने से एनडीए के अंदर चल रहे खींचतान के बीच महागठबंधन के नेताओं ने भी सरकार बनाने के समीकरण पर जोड़-घटाव करना शुरू कर दिया है.