बक्सरः बिहार विधानसभा चुनाव के दिन नजदीक आ रहे हैं. इसे लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. आरजेडी ने राज्य सरकार पर मजदूरों को सहायता राशि नहीं देने का आरोप लगाया है. जिसके बाद जेडीयू ने भी विपक्ष पर पलटवार दिया है.
नहीं दी गई सहायता राशि
आरजेडी जिलाध्यक्ष शेषनाथ यादव बिहार सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि क्वारंटीन सेंटर के नाम पर जिले में बहुत बड़ा घोटाला हुआ है. उन्होंने कहा कि किसी भी प्रवासी श्रमिक को 1000 रुपये की सहायता राशि नहीं दी गई है.
आरटीआई से मांगा जा रहा हिसाब
शेषनाथ यादव ने कहा कि घोटाले की वजह से ही आरटीआई के माध्यम से क्वारंटीन सेंटर पर खर्च की गई राशि का हिसाब मांगा जा रहा है. लेकिन सरकार और प्रशासनिक अधिकारी कोई हिसाब नहीं दे रहे हैं.
घोटाले का रिकॉर्ड
राष्ट्रीय जनता दल के इस हमले पर जेडीयू पूर्व जिला अध्यक्ष अशोक कुमार सिंह ने पलटवार करते हुए कहा कि तेजस्वी ही नहीं, उनके पूर्वजों के घोटाले का भी रिकॉर्ड जनता जानती है.
आरजेडी का चुनावी नारा
अशोक कुमार सिंह ने 2020 बिहार विधानसभा चुनाव के लिए आरजेडी के नारे 'तेज रफ्तार तेजस्वी सरकार' पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि सिर्फ तेजस्वी तेज प्रताप ही नहीं, उनके पूर्वजों की भी तेज रफ्तार देश की जनता ने देखा है.
घोटाले का आरोप
जेडीयू नेता ने कहा कि आरजेडी के लोग घोटाला और भ्रष्टाचार की बात करते हैं तो हंसी आती है. उन्होंने कहा कि इनके पूर्वजों ने तो पशुओं के चारे तक को नहीं छोड़ा और ऐसे लोग दूसरे पर घोटाले का आरोप लगा रहे हैं.
400 से ज्यादा क्वारंटीन सेंटर
बता दें कि सरकार के निर्देशानुसार जिले में 400 से अधिक क्वारंटीन सेंटर चलाए जा रहे थे. जहां लगभग 40 हजार प्रवासी श्रमिकों को क्वारंटीन किया गया था. सरकार ने सभी प्रवासियों को 1000 रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की थी.