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मेहरबान हुए भगवान इंद्र, लोगों को मिली गर्मी से राहत

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Published : Jun 22, 2019, 4:24 PM IST

रिकॉर्डतोड़ गर्मी के बाद बक्सर में हुई तेज बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दी है. किसान भी खुश नजर आए.

जलजमाव

बक्सर: भीषण गर्मी के बीच आखिरकार जिलेवासियों ने राहत की सांस ली है. रिमझिम हुई बारिश ने लोगों को जून की तपिश और लू से निजात दी है. आज हुई बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं. सभी का कहना है अगर अच्छी बारिश हुई तो खेती को फायदा पहुंचेगा.

इस बार की गर्मी ने बिहार में रिकॉर्ड तोड़ा है. पहली बार गर्मी की वजह से कई जिलों में धारा 144 लागू की गई. लू की चपेट में आकर सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इस रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से लोग त्राहिमाम हैं. वहीं आज झमामझम हुई बारिश ने लोगों को राहत दी है. जिले के लोगों का कहना है कि इसी तरह बारिश हुई तो मौसम सुहावना बना रहेगा.

ग्रामीणों का बयान

खुशी से चमके किसानों के चेहरे
वहीं किसानों की बात करें तो उनके माथे से भी चिंता की लकीर हटकर खुशी की चमक दिखाई दी. किसानों ने बताया कि ये बारिश खेती लिए काफी फायदेमंद है. अगर इसी तरह मॉनसून आया तो खेती में काफी सहूलियत होगी. पटवन की समस्या दूर हो जाएगी. पेयजल का संकट भी खत्म हो जाएगा.

खरीफ फसलों के लिए जरूरी वर्षा
इस समय की वर्षा खरीफ फसलों के लिए आवश्यक होती हैं. अभी किसानों ने बिचड़ा डाला है. धान के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता होती. भीषण गर्मी से स्तर नीचे जाने से किसानों की समस्या और भी ज्यादा बढ़ गई है. उत्पन्न हुआ जलसंकट खेती के लिए ग्रहण साबित हो सकता था. फिलहाल हुई बारिश से किसानों ने चैन की सांस ली है और आगे भी अच्छी बारिश के लिए इंद्र भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं.

2018 के बाद पहली बारिश
बता दें कि जुलाई 2018 के बाद आज की यह बारिश पहली वर्षा है. पिछले कुछ सालों से पर्याप्त वर्षा नहीं होने के कारण कृषि कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.

बक्सर: भीषण गर्मी के बीच आखिरकार जिलेवासियों ने राहत की सांस ली है. रिमझिम हुई बारिश ने लोगों को जून की तपिश और लू से निजात दी है. आज हुई बारिश से किसानों के चेहरे भी खिल गए हैं. सभी का कहना है अगर अच्छी बारिश हुई तो खेती को फायदा पहुंचेगा.

इस बार की गर्मी ने बिहार में रिकॉर्ड तोड़ा है. पहली बार गर्मी की वजह से कई जिलों में धारा 144 लागू की गई. लू की चपेट में आकर सैकड़ों लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इस रिकॉर्ड तोड़ गर्मी से लोग त्राहिमाम हैं. वहीं आज झमामझम हुई बारिश ने लोगों को राहत दी है. जिले के लोगों का कहना है कि इसी तरह बारिश हुई तो मौसम सुहावना बना रहेगा.

ग्रामीणों का बयान

खुशी से चमके किसानों के चेहरे
वहीं किसानों की बात करें तो उनके माथे से भी चिंता की लकीर हटकर खुशी की चमक दिखाई दी. किसानों ने बताया कि ये बारिश खेती लिए काफी फायदेमंद है. अगर इसी तरह मॉनसून आया तो खेती में काफी सहूलियत होगी. पटवन की समस्या दूर हो जाएगी. पेयजल का संकट भी खत्म हो जाएगा.

खरीफ फसलों के लिए जरूरी वर्षा
इस समय की वर्षा खरीफ फसलों के लिए आवश्यक होती हैं. अभी किसानों ने बिचड़ा डाला है. धान के लिए ज्यादा पानी की आवश्यकता होती. भीषण गर्मी से स्तर नीचे जाने से किसानों की समस्या और भी ज्यादा बढ़ गई है. उत्पन्न हुआ जलसंकट खेती के लिए ग्रहण साबित हो सकता था. फिलहाल हुई बारिश से किसानों ने चैन की सांस ली है और आगे भी अच्छी बारिश के लिए इंद्र भगवान से प्रार्थना कर रहे हैं.

2018 के बाद पहली बारिश
बता दें कि जुलाई 2018 के बाद आज की यह बारिश पहली वर्षा है. पिछले कुछ सालों से पर्याप्त वर्षा नहीं होने के कारण कृषि कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.

Intro:आखिरकार इंद्र भगवान मेहरबान हो ही गये ।भीषण गर्मी और लू ने जहा आम आदमी का जीना मुहाल कर दिया था वही मौसम के बेरुखे मिजाज ने किसानों के माथे की लकीरें मोटी करती जा रही थी ।वैसे में कल से ही मौसम की बेरुखी दूर हुई है और झमाझम वारिस ने सभी चेहरे की रौनक बाद दी है।


Body:इस बार का आलम ये था कि राज्य के अधिकांश जिलों में भीषण गर्मी और लू के चलते धारा 144 लगाई गई थी ।सैकड़ो लोगो की जान लू और गर्मी के कारण हो गई। बढ़ते तापमान और भागते भूजल स्तर ने किसानों को चिंतित कर रखा था ।किसान पर थे कि खेती कैसे होगी? किन्तु आर्दा आरम्भ में ही बारिस हो जाने से किसानों की चेहरे खिल उठे हैं ।इस समय की वर्षा खरीब फसल के लिए अत्यावश्यक होती है । ये बारिस किसानों के धान के बिछड़े के लिए बहुत ही लाभदायक होती है ।
बताते चले जुलाई2018 के आज हो रही ये पहली बारिस है । पिछले कुछ सालों से पर्याप्त वर्षा नही होने के कारण कृषि कार्य पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है ।
बाइट। रामाधार राय किसान
बाइट प्रवीण कुमार किसान


Conclusion:
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