बक्सर: दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में आयोजित तबलीगी जमात की मजलिस में शामिल होने वाले 24 लोगों के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद बिहार में भी हड़कंप मच गया है. निजामुद्दीन से निकलकर बिहार के अलग-अलग इलाकों में पहुंचे मौलवियों की पहचान का काम शुरू हो गया है. फिलहाल पटना में 19 और बक्सर में 13 मौलवियों की पहचान की गई है और उनका टेस्ट सैंपल लिया गया है.
केंद्रीय गृह मंत्रालय को दी जानकारी
बक्सर में तबलीगी जमात से जुड़े 13 मौलवियों का भी टेस्ट सैंपल लिया गया है. जिनमें 4 मलेशिया, 7 इंडोनेशिया और 2 मुंबई के हैं. यह सभी लोग डुमराव स्थित नया भोजपुर की एक मस्जिद में रह रहे हैं. इन सभी को डुमराव में ही कोरेंटाइन कर दिया गया है.
बताया जा रहा है कि तबलीगी जमात से जुड़े मौलवियों को सकुशल वापस उनके देश भेजने के लिए मलेशिया के दूतावास की तरफ से सीधे बक्सर के डीएम को एक पत्र भेजा गया था. डीएम ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य सरकार और केंद्रीय गृह मंत्रालय को इस संबंध में जानकारी दे दी है.
3 मार्च को पहुंचे थे मौलवी
बक्सर के डीएम अमन समीर ने कहा है कि ऐसे मामलों में जिलाधिकारी कोई निर्णय नहीं ले सकते और यह मामला केंद्रीय गृह मंत्रालय से जुड़ा है. अब राज्य सरकार की तरफ से आगे जो दिशा निर्देश मिलेगा उसके मुताबिक आगे कार्रवाई करेंगे. बता दें बक्सर में जिन मौलवियों को कोरेंटाइन किया गया है, यह सभी 3 मार्च को वहां पहुंचे थे और उन्होंने अपनी यात्रा की जानकारी छिपाई थी.