बक्सर: बिहार के बक्सर जिले में घने कोहरे की वजह से आम जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. आलम यह है कि 10 मीटर की दूरी पर खड़ा व्यक्ति भी कोहरे की वजह से दिखाई नहीं दे रहा है. हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड में जिला प्रशासन के द्वारा कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. वहीं कोहरे का सबसे ज्यादा खामियाजा किसानों को झेलना पड़ रहा है, खेतों में लगी उनकी फसल बर्बाद होने लगी है.
बक्सर में कोहरा से जनजीवन प्रभावित: यहां किसानों के द्वारा खेतों में लगाए गए आलू, टमाटर, मिर्च की फसलों पर पाला पड़ने से फसल सूखने लगी है. जिससे किसानों को काफी नुकसान हो रहा है और वे मायूस हैं. इसको लेकर किसानों का कहना है कि प्रकृति कहर बरपा रही है. सदर प्रखंड के जगदीशपुर पंचायत के ग्रामीण इलाके के किसानों ने बताया कि घने कोहरे ने रफ्तार पर ब्रेक लगा दिया है. लोग घरों के अंदर रहने को मजबूर हैं.
"हाड़ कंपा देने वाली इस ठंड में हम घर की चार दिवारी के अंदर कैद होने को मजबूर हैं. खेतो में लगी आलू, टमाटर, मिर्च, सब्जियों की फसल कोहरे की वजह से बर्बाद हो रही है. उम्मीद थी कि अच्छी फसल का उत्पादन होगा, तो बच्चों की पढ़ाई से लेकर मां-बाप के दवाई का खर्च चलेगा. लेकिन पछुआ हवा ने जीना मुश्किल कर दिया है."- स्थानीय किसान
प्रशासन की तरफ से अलाव की व्यवस्था नहीं: आलम यह है कि प्रकृति के साथ अधिकारियों की ढुलमुल रवैया के कारण कहीं भी अलाव की व्यवस्था नहीं की गई है. दिन में तो किसी तरह से गुजर हो जाता है. लेकिन शाम ढ़लते ही कोहरे का कहर देखने को मिलता है. फुटपाथ पर जीवन यापन करने वालों से लेकर दैनिक मजदूरी कर परिवार चलाने वाले लोगों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. गौरतलब है कि बक्सर जिले में बर्फीली इलाके का नजारा देख हर कोई हैरान है.
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