बक्सरः विश्वामित्र की पावन नगरी और राम का शिक्षा स्थली बक्सर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए युद्ध स्तर पर मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है. जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार शहर की सड़कों पर फैली गंदगी और स्थानीय दुकानदारों की ओर से किए गए अतिक्रमण के कारण, जाम से जूझ रहे बक्सर को निजात दिलाने के लिए, स्टेशन से लेकर रामरेखा घाट, पीपरपाती रोड से लेकर पुराने सदर अस्पताल तक, सड़कों का चौड़ीकरण करने के साथ ही साथ अतिक्रमण को भी हटाया जाएगा.
बक्सर का है खास महत्व
त्रेता युग से ही बक्सर धार्मिक दृष्टिकोण से खास महत्व रखता है. ताडिक, सुबाहूं , मारीच इत्यादि राक्षसों का वध करने के बाद भगवान राम ने पंचकोशी यात्रा के दौरान अहिल्या का उद्धार किया था. तब से लेकर अब तक प्रत्येक वर्ष पंचकोसी परिक्रमा करने के लिए देश- विदेश से हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और उत्तरायणी गंगा में स्नान कर पंचकोशी परिक्रमा करते है.
क्या कहते हैं नगर परिषद के अधिकारी
शहर की सौंदर्यीकरण को लेकर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुजीत कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी की ओर से आदेश निर्गत किया गया है कि शहर को अतिक्रमण मुक्त कराने के साथ ही साथ सड़कों का चौड़ीकरण किया जाए. उस दिशा में रोड मैप तैयार कर कार्य किया जा रहा है.
जायजा लेने पहुंचे डीएम
शहर की मौजूदा स्थिति का जायजा लेने सड़क पर उतरे जिलाधिकारी अमन समीर में बताया कि शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए तीन चरणों में कार्य कराया जाएगा. पहले चरण में सभी नालियों पर से अतिक्रमण हटाने के साथ ही साथ, पिपरपाती रोड में एक किलोमीटर तक सड़क का चौड़ीकरण के बाद उसको आकर्षक बनाया जाएगा. दूसरे चरण में स्टेशन रोड से लेकर रामरेखा घाट तक के सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा और तीसरे चरण में शेष सभी सड़कों पर से अतिक्रमण हटाने के बाद उसका चौड़ीकरण किया जाएगा. जिससे शहर को आकर्षक बनाया जा सके.
गौरतलब है कि प्रशासनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण मिनी काशी के नाम से मशहूर बक्सर शहर को अब तक ना तो पर्यटन स्थल का दर्जा मिल पाया और ना ही शहर का विकास हो पाया है.