बक्सर: पिछले दिनों हुई आशीष हत्याकांड में जिले की पुलिस गंभीर हो गयी है. अब इस मामले को खुद डीजीपी देख रहे हैं. डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की और न्याय का भरोसा दिया. वहीं, डीजीपी के आदेश के बाद डीजी विनय कुमार और शाहाबाद रेंज के डीआईजी राकेश राठी डुमरांव पहुंचे और घटना की जांच करनी शुरू कर दी.
डीजीपी ने परिजन से की मुलाकात
आशीष के हत्या की घटना से मृतक के परिजन पुलिस के रवैये से नाराज थे. जिससे आक्रोशित परिजनों ने शहर में कैंडल मार्च भी निकाला था. इस पूरी घटना के बाद डीजीपी गुप्तेशवर पांडे मंगलवार को मृतक के परिजनों से मिले. उन्होंने परिजनों को आश्वासन दिया और कहा कि जांच चल रही है. अपराधियों को जल्द ही पकड़ा जाएगा.
क्या है पूरा मामला
डुमरांव टेक्सटाइल्स मोहल्ला निवासी रिटायर्ड फौजी गजेंद्र तिवारी का बेटा पिछले 7 अगस्त से लापता था. वह अपने दोस्तों के साथ मेला घूमने गया था. काफी खोजबीन के बाद जब आशीष नहीं मिला तब उसके परिजनों ने डुमरांव थाने में गुमशुदगी का मामला दर्ज कराया. इसी बीच अगले दिन आशीष के मोबाइल से ही उसके पिता को फोन आया. 30 लाख रुपये फिरौती की मांग की गई और फोन कट हो गया. जिसके बाद गजेन्द्र तिवारी ने थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया. कुछ दिनों बाद डुमरांव पावर हाउस से कुछ ही दूरी पर स्थित एक अर्धनिर्मित मकान में एक किशोर का शव मिला. सूचना मिलते ही आशीष के पिता भी मौके पर पहुंचे. जिन्होंने उस शव की पहचान अपने पुत्र आशीष के रूप में की.