बक्सर: कृषि बिल को लेकर पिछले 23 दिनों से पंजाब और हरियाणा के किसान दिल्ली की सीमा पर आंदोलन कर रहे हैं. इसका प्रभाव देश के अन्य राज्यों में भी दिखाई दे रहा है. वहीं, किसानों को जागरूक करने के लिए बीजेपी के नेताओं की ओर से राज्य के अलग-अलग जिले में किसान सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है. इसी कड़ी में उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद जिले में एक किसान सम्मेलन में भाग लेने पहुंचे.
किसान सम्मेलन में पहुंचे उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि दिल्ली की सीमा पर किसानों का यह आंदोलन नहीं है. कुछ राजनीतिक पार्टी के नेता किसानों को गुमराह कर अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने में लगे हुए हैं. लेकिन वो अपने इस षड्यंत्र में कभी सफल नहीं होंगे. क्योंकि देश के किसान और सीमा पर तैनात जवान यह जानते हैं कि नरेंद्र मोदी के रहते किसानों की हकमारी कोई नहीं कर सकता है. साल 2022 तक देश के किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार प्रयास कर रहे हैं. वहीं, हरेक साल किसानों को 6 हजार रुपये की सहयोग राशि भी दी जा रही है. हालांकि हमारी सरकार किसान सम्मेलन का आयोजन कर किसानों को केंद्र सरकार के नीतियों से अवगत करवा रही है.
'आपराधिक घटनाओं को लेकर सरकार है गंभीर'
इसके अलावा उपमुख्यमंत्री ने बिहार की बिगड़ती विधि व्यवस्था को लेकर सहयोगी पार्टी और विपक्ष की ओर से उठाए जा रहे सवाल को लेकर कहा कि मानते हैं कि प्रदेश में छिटफुट घटनाएं हो रही है. लेकिन सरकार गंभीर है. हम अपराध और अपराधियों को कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 2005 में इस बिहार को जंगल राज से मुक्त करवाए थे, उसके बाद से लगातार कानून के राज कायम करने का प्रयास किया जा रहा है.