बक्सर: बिहार के बक्सर जिले के डुमरांव थाना क्षेत्र अंतर्गत टेढकी पुल के समीप एक कलयुगी मां ने हाड़ कंपा देने वाली ठंड में नवजात बच्ची को शिमला मिर्च के खेत में रखकर निकल गई. गुरुवार सुबह जब किसान अपने अपने खेतों में काम करने के लिए पहुंचे तो किसी बच्चे की रोने की आवाज सुनी. पास जाकर देखा तो पौधों के बीच में एक नवजात बच्ची मिली. किसानों ने इसकी सूचना डायल 112 की टीम को दी.
पुलिस ने बच्ची को संरक्षण में लियाः सूचना मिलने के बाद डायल 112 की टीम ने मौके पर पहुंची. बच्ची को उठाकर पहले आसपास के लोगों से इसकी जानकारी ली. लेकिन जब यह कंर्फम हो गया कि किसी ने जानबूझकर उसे छोड़ दिया है तो पुलिस ने एनबीसीयू यानी न्यू बॉर्न केयर सेंटर को सूचना दी. बच्ची को लेकर पुलिस डुमरांव थाने आ गयी. पुलिस आसपास के नर्सिंग होम एवं सरकारी अस्पताल से भी यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि नवजात बच्ची का जन्म किस अस्पताल में हुआ है. जिससे कि उसके माता-पिता के बारे में जानकारी मिल सके.
"किसानों की सूचना पर पहुंचकर बच्ची को तुरंत अपने कब्जे में ले लिया. इसके बाद केयर सेंटर को सूचना दी गयी. उनकी सलाह पर बच्ची को अनुमंडल अस्पताल भेज स्वास्थ जांच करायी गयी. जिसके बाद न्यू बॉर्न केयर सेंटर टीम के पहुंचने पर डुमरांव थाना में कागजी कार्यवाही के बाद बच्ची को उन्हें सौंप दिया गया."- सुधीर उरांव, डायल 112 के हवलदार
किसकी है करतूतः मानवता और ममता को शर्मसार कर देने वाले इस घटना को लेकर जिले में चर्चाओं का बाजार गर्म है. खेत में नवजात बच्ची के फेंके जाने की घटना सुनकर हर कोई हैरान है. कोई उसे बिन ब्याही मां की करतूत बता रहा है तो कोई बेटी को बोझ बताकर फेंकने की आशंका जता रहा है.
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