बक्सर: नगर थाना क्षेत्र अंतर्गत महात्मा गांधी नगर में स्थित अल्पवास गृह को महिला विकास निगम समाज कल्याण विभाग की ओर से संचालित किया जाता है. इसी अल्पावास गृह में पिछले कुछ दिनों से रह रही एक नाबालिग की मंगलवार को अचानक तबीयत खराब हो गई. उसे अस्पताल लाया गया और आधिकारित तौर पर बताया गया कि उसने जहरीला पदार्थ खाया है.
पढ़ें- Buxar News: बक्सर अल्पावास गृह में नाबालिग लड़की ने खाया जहर, अस्पताल में चल रहा इलाज
पीड़ित की मां ने कहा- 'बेटी को खिलाया था अबॉर्शन पिल': इस पूरे मामले में लड़की मां ने बड़ा बयान दिया है. मीडिया में जहरीले पदार्थ खाने की खबर प्रकाशित होने के बाद नाबालिग पीड़िता की मां ने दिया है कि जहरीला पदार्थ खाने से नहीं गर्भपात की दवा खाने से ही लड़की की तबियत बिगड़ी है. 27 मई को उसी ने ढाई सौ में दुकान से दवा खरीदकर लड़की को खिलाई थी.
"उसको दवा दिया गया था. पहले दिन ब्लीडिंग नहीं हुई लेकिन दूसरे दिन से काफी ब्लीडिंग होने लगी. मुझे बताय कि बहुत खराब हालत है."- पीड़ित की मां
नाबालिग की हालत गंभीर: फिलहाल किशोरी का गंभीर स्थिति में सदर अस्पताल में इलाज जारी है. दरअसल अल्पवास गृह के संचालक विनोद कुमार सिंह ने एसपी मनीष कुमार को फोन कर जानकारी दी थी कि अल्पवास गृह में रह रही एक नाबालिक लड़की की तबीयत बिगड़ गयी है. एसपी ने एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा एवं हेडक्वार्टर डीएसपी अशफाक अंसारी को मामले की जांच करने के लिए अल्पवास गृह भेजा.
"अनुसंधान का विषय है. सूचना मिली है कोई जहरीला पदार्थ खाने की जानकारी आ रही है. हालांकि मेडिकल रिपोर्ट से ही सच्चाई का पता चलेगा."- अशफाक अंसारी, हेडक्वार्टर डीएसपी
संदह के घेरे में मां का बयान: इस पूरे प्रकरण में पीड़िता की मां का बयान संदेह के घेरे में है. मेडिकल एक्सपर्ट की मानें तो गर्भपात की दवा खाने के 36 से 42 या अधिकतम 72 घण्टे में असर दिख जाता है. किसी भी परिस्थिति में 15 दिन का समय नहीं लगेगा. अस्पताल सूत्रों की मानें तो लड़की दो से तीन महीने की गर्भवती है. जांच रिपोर्ट में यह स्पष्ट हो गया है.
डॉक्टर का बयान : नाबालिग का इलाज कर रही सदर अस्पताल की महिला चिकित्सक डॉ गीता कुमारी ने फोन पर जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया लड़की का जिस तरह से रक्त का स्त्राव हो रहा है, उसे देखकर यही लग रहा है कि उसने कोई दवा का सेवन किया है.
"अल्ट्रा साउंड करवाया जा रहा है. रिपोर्ट आने के बाद इस मामले की जानकारी साझा की जाएगी."-डॉ गीता कुमारी,चिकित्सक
'फाइनल जांच रिपोर्ट के आधार पर होगी कार्रवाई'-SDM: लड़की की मां और मेडिकल सूत्रों से मिली जानकारी को लेकर जब सदर एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा से नाबालिग के गर्भवती होने की बात पूछी गई तो उन्होंने कहा कि मामला अति गंभीर है. मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद अलग से इस मामले की जांच कर जिस स्तर से भी गड़बड़ी की जानकारी आएगी उनपर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
"लड़की ने कुछ दवा खाई है जिससे उसकी तबीयत बिगड़ी. अगर ये अबॉर्शन पिल खाने का मामला है और 72 घंटे के अंदर आया है तो हमें इसकी अलग तरीके से जांच करनी पड़ेगी. अगर यह साबित हो जाता है कि उसे अल्पावास गृह में ये दवा दी गई है तो गंभीरता से जांच होगी."- धीरेंद्र मिश्रा, एसडीएम
अधिकारी कर रहे मामले की जांच: वही इस पूरे प्रकरण को लेकर एसपी मनीष कुमार ने बताया कि, कुछ ही दिन पहले इस नाबालिग के गुमशुदगी का मामला राजपुर थाना में उसके परिजनों के द्वारा दर्ज कराया गया था. जिसको बरामद कर पुलिस ने न्यायालय के समक्ष पेश किया जहां से कोर्ट के आदेश पर सीडब्ल्यूसी के सहयोग से उस बच्ची को अल्प आवास गृह में रखा गया था.
"उसकी तबीयत खराब होने की सूचना मिली है. कई अधिकारियो ने मामले की जांच की है. मेडिकल रिपोर्ट आने के बाद महिला पदाधिकारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर पूरे मामले की जांच कराई जाएगी."- मनीष कुमार, एसपी